प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर में दो स्थानों पर चल रही नाइट मार्केट को ठंड लग गई है। कड़ाके की सर्दी ऊपर से घने कोहरे का यहां जबरदस्त असर दिखाई दे रहा है। यहां ग्राहकों की संख्या घट गई है। रेस्टोरेंट भी इससे अछूते नहीं हैं। लगातार ऐसी स्थिति के चलते स्ट्रीट वेंडर्स के सामने रोज का खर्च निकालने का संकट खड़ा हो गया है। इसका नुकसान आनलाइन फूड सप्लाई करने वाली कंपनियों के बंदे उठा रहे हैं। उनके सामने भी काम का संकट है। इससे उनकी रोजी रोटी भी प्रभावित है।
हाल-ए-नाइट टू मार्केट
शहर में दो नाइट मार्केट संचालित हैं। एक कंपनी बाग के सामने तो दूसरी धोबी घाट चौराहा पर है। करीब एक महीने से ठंड अपनी फूल रंगत में है। ठंड और गलन के साथ जबर्दस्त कोहरे की स्थिति रहती है। नार्मल डेज में आधी रात तक गुलजार रहने वाली मार्केट पर इसका असर आ गया है। दुकानदार बताते हैं कि ठंड और कोहरे के चलते 90 प्रतिशत लोग जल्द ही घर चले जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में देर रात तक बने रहने वाले ग्राहकों की संख्या काफी कम हो गई है। ग्राहक कम हुए हैं तो दुकानदारी और कमाई पर असर आ गया है। दुकानदार कहते हैं कि इस स्थिति में तो नाइट मार्केट का किराया भी निकलना मुश्किल हो गया है।
रेस्टोरेंट व होटल से भी गायब है रौनक
इस कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का असर सिर्फ नाइट मार्केट पर ही नहीं है। होटल और रेस्टोरेंट में जाने वाले ग्राहकों की संख्या भी डाउन हुई है। होटल और रेस्टोरेंट के संचालक व मैनेजर बताते हैं कि ठंडी की वजह से यहां भी ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई है। रेस्टोरेंट में देर रात तक चलने वाली यंगिस्तान की पार्टियां कम हो गई हैं।
पचास रुपये हथेली पर रख रहे जान
बीस तीस या चालीस पचास रुपये के लिए इस भीषण ठंडी और भयानक कोहरे में डिलेवरी ब्वायजान पर खेल रहे हैं। ऑनलाइन बुकिंग किए गए फूडिंग आइटम को पहुंचाने के लिए इस घने कोहरे में वे बाइक से अच्छी खासी स्पीड में आर्डर करने वाले के घर जा रहे हैं। कोहरे की वजह से अनजान रास्ते को खोजने में भी उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही। क्योंकि सड़कों पर सन्नाटा होता है और दुकानें भी जल्दी ही बंद हो जाती हैं। ऐसे में उनके सामने समस्या इस बात की है वह आखिर गंतव्य तक पहुंचने का रास्ता या उस व्यक्ति का घर पूछें तो पूछें किससे।
टी और कॉफी शॉप में धन वर्षा
इस मौसम में जहां होटल और रेस्टोरेंट व नाइट मार्केट में फूडिंग दुकानदार ग्राहकों के कम होने से परेशान हैं। वहीं टी यानी चाय और कॉफी शॉप के संचालकों की तिजोरी में धन वर्षा हो रही है। सारा दिन और रात आठ नौ बजे तक कॉफी और चाय की दुकान पर लोगों की भीड़ लग रही है।
ठंडी व कोहरे का असर तो होटल बिजनेस पर दिख ही रहा है। कोहरे के कारण ट्रेनें व फ्लाइटें दोनों ही प्रभावित हैं। ऐसे में बाहरी लोगों के आने की संख्या कम हुई है। जब बाहर से लोग आ ही नहीं पा रहे।
हरजिंदर सिंह अध्यक्ष गुरु गोविंद सिंह मेमोरियल ट्रस्ट
ठंड और कोहरे के कारण ज्यादातर लोग शाम को जल्द घर चले जा रहे हैं। युवा भी इस घने कोहरे व ठंड में बहुत देर तक बाहर रहना मुनासिब नहीं समझ रहे। जब लोग ही घर से नहीं निकलेंगे तो बिजनेस कहां होगा।
राघव बंसल, मैनेजर कस्बा होटल
जब से ठंड बढ़ी है। ग्राहकों की संख्या में काफी कमी आई है। इस मौसम में ज्यादातर लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रह रहे हैं। मौसम साफ होता है तो फैमिली संग लोग बाहर फूडिंग के आने का मन बनाते हैं।
आरएन साहू, दुकानदार नाइट मार्केट
पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद मौसम साफ होगा फिर सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा। ठंडी कम होगी तो लोग फूडिंग के लिए फिर देर रात तक निकलना शुरू करेंगे। तब तक तो दिक्कत है ही।
एहसान, दुकानदार नाइट मार्केट
मार्केट से लोग जल्दी ही घर चले जा रहे हैं। जब ग्राहक मार्केट में देर तक रुकते हैं तभी वे कुछ न कुछ खाते पीते हैं। इस मौसम में जो आते भी हैं जल्दबाजी में एक दो आइटम खाकर घर जल्दी चले जा रहे हैं।
राहुल निषाद, दुकानदार नाइट मार्केट
ग्राहकों की संख्या ठंड के मारे घट गई है। ऐसे मौसम में बाहर फूडिंग का मन बनाने के बाद भी तमाम लोग घर से निकलना उचित नहीं समझ रहे। यहां पहले जैसी दुकानदारी अब ठंडी कम होने के बाद ही होगी।
अमित विश्वकर्मा, दुकानदार नाइट मार्केट
फूडिंग मार्केट खासकर नाइट मार्केट पर मौसम का असर तो होता ही है। फिर वह बारिश हो या ठंडी और कोहरा। इन दिनो ठंडी ओर कोहरे का असर थोड़ा बहुत नहीं काफी है। इस मौसम के कारण ग्राहकों की संख्या काफी कम हो गई है।
गोलू गुप्ता, दुकानदार नाइट मार्केट