प्रयागराज (ब्यूरो)। गंगा और यमुना का जलस्तर किस तेजी से बढ़ रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया सकता है कि शुक्रवार शाम गंगा और यमुना खतरे के निशान से महज ढाई मीटर पीछे रह गई थीं। फाफामऊ और छतनाग में 2-2 सेमी और नैनी में 1.25 सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा था। बता दें कि राजस्थान से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है जो तीन दिन बाद यमुना के रास्ते शहर में प्रवेश करेगा। इससे निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अधिकारियों को एलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी ओर गंगा में लगातार कानपुर से छोड़े गए पानी की वजह से उफान बना हुआ है।
नदियों का जलस्तर
फाफामऊ- 82.15 मीटर
छतनाग- 81.40 मीटर
नैनी- 82.09 मीटर
खतरे का निशान- 84.73 मीटर
लगे बजरंग बली का जयकारा
बंधवा के लेटे हनुमान को गुरुवार देर रात मां गंगा स्नान करा दिया था। इसके बाद भक्तों में कौतूहल बना रहा। लोगों ने मंदिर पहुंचकर बजरंगी का दर्शन किया और जयकारा लगाया। सुबह तक मंदिर परिसर में पूरी तरह से पानी भर चुका था। इस दौरान शंख गूंजता रहा और भक्तों ने भगवान की आरती भी उतारी। भक्तों ने प्रयागराज के सुख और शांति की कामना भी की।
राहत शिविरों में बनेंगे हेल्प डेस्क
संभावित बाढ़ को देखते हुए कमिश्नर विजय विश्वास पंत, डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने शुक्रवार को बक्शी बांध पहुंचकर बढ़ते जल स्तर एवं सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत व्यवस्थाओं एवं तैयारियों का का जायजा लिया। उन्होंने उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को सम्भावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का भ्रमण कर वहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। कहा कि वहां के स्थानीय लोगों, पार्षद व लेखपाल का नंबर भ्ी रखिए। उन्होंने बाढ़ राहत शिविरों में पीने के पानी, भोजन, विद्युत, शौचालय, साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने तथा बाढ़ राहत शिविरों में हेल्पडेस्क की व्यवस्था जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। डीएम व एसएसपी ने एनी बेसेंट राहत शिविर का भी जायजा लिया। मौके पर एडीएम वित्त जगदंबा सिंह व एसपी सिटी दिनेश सिंह मौजूद रहे।