प्रयागराज ब्यूरो । जनवरी 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे आस्था के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन कुम्भ का आगाज़ होने में अब कुछ ही समय बाकी है। इस बीच अखाड़ों के नगर प्रवेश का सिलसिला शुरू हो गया है। पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन से आज इसकी शुरुआत हुई। कुम्भ नगरी प्रयागराज में गुरुवार को बड़ा अखाड़ा उदासीन के रमता पंच ने पंच परमेश्वर के साथ प्रवेश किया। रमता पंच के ये संत अब कुंभ के शुरू होने तक इसी अखाड़े में प्रवास करेंगे। रमता पंच का जगह जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
कीडगंज में है टेम्परेरी हेडक्वार्टर
बिहार राज्य से चलकर आज इस अखाड़े के रमता पंच अपने अस्थायी मुख्यालय कीडगंज में ठहर गए। अखाड़े का नगर प्रवेश का सिलसिला पूरा होने के बाद अब इसका का ध्यान कुम्भ क्षेत्र में अपनी अपनी छावनियो के प्रवेश पर होगा जिसे पेशवाई कहा जाता है। पेशवाई के पहले अखाड़े कुम्भ क्षेत्र में अपनी एक विशालकाय धर्म ध्वजा लगाते है ताकि देश दुनिया से कुम्भ क्षेत्र में पहुचने वाले अखाड़े के सदस्य और श्रद्धालु दूर से उसे देखकर अखाड़े की छावनी तक पहुच जाय। अखाड़ों के कुम्भ में प्रवेश के बाद ही अखाड़े शुरू कर देते है। इस खास अवसर की तैयारी जिसके लिए वह अपने अपने आश्रमों को छोड़कर कुम्भ क्षेत्र में आते हंै। इन अखाड़ों को ही कुंभ के दौरान संगम में शाही स्नान का अवसर दिया जाता है।