प्रयागराज ब्यूरो ।शहर के मेहंदौरी कछार से उठी मातम की गूंज सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। कछार में गंगा स्नान करने गए सात बालक एक दूसरे को बचाने में डूबने लगे। दोस्तों को डूबते देखकर बाहर खड़े दो अन्य किशोर सोच मचाने लगे। उनकी आवाज सुनकर कुछ दूरी पर गंगा नदी में मछली पकड़ रहे नाविक दौड़ पड़े। भगीरथ प्रयास से मछुआरे दो बालकों को बचाने में कामयाब रहे। मगर, गंगा के अथाह जल में पांच बालक डूब गए। बालकों के डूबने की बात परिजनों व मोहल्ले के लोगों को मालूम चली तो उनमें कोहराम मच गया। भागकर मौके पर पहुंचे लोगों के द्वारा सूचना पुलिस को दी गई। गोताखोरों की मदद से पुलिस के जरिए पांचों बालकों की बॉडी बरामद करके पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा पीडि़त परिवारों को ढांढस बंधाते रहे। शोर मचा रहे बाहर खड़े दोनों किशोर डर के मारे मौके से भाग खड़े हुए। घटना शिवकुटी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की दोपहर हुई। बालकों के साथ परिवार ग्रामीण क्षेत्र से आकर बेली और म्योराबाद एरिया में किराए के मकान में रहता है।

खबर मिलते ही दौड़ पड़ी पब्लिक
सुबह करीब आठ बजे 16 वर्षीय शनि पुत्र नन्हे व प्रियांशु 16 वर्षीय पुत्र फूलचंद्र गौतम बेली गांव में ही रहने वाले दोस्त 17 वर्षीय आकाश पुत्र राजनारायण मौर्य के घर पहुंचे। बताते हैं दोस्त आकाश संग तीनों म्योराबाद में रहने वाले दोस्त 16 वर्षीय मुलायम पुत्र गिरधारी व 15 वर्षीय हिमांशु पुत्र राजेश सिंह के घर पहुंचे। सभी पांचों दोस्त इकट्ठा हुए तो सोनू व आर्यन सहित दो और दोस्तों को बुला बेली मोहल्ले से बुला लिए। सभी नौ बालक आए दिन की तरह बेली के पास गंगा नदी में बन रहे ब्रिज के लिए बनाए गए रास्ते से मेहदौरी कछार पहुंच गए। छानबीन में पुलिस को पता चला कि गंगा में नहाते वक्त किशोर शनि डूबने लगा। उसे बचाने में प्रियांशु, मुलायम, आकाश और हिमांशु व सोनू एवं आर्यन सहित एक-एक करके अन्य और छह दोस्त भी डूबने लगे।
दोस्तों को डूबते देख अन्य घर की तरफ भागे
सातों दोस्तों को डूबते हुए देखकर बाहर खड़े दो अन्य बालक शोर मचाते हुए घर की तरफ भागने लगे। उनकी आवाज सुनकर बगल में मछली पकड़ रहे मछुआरे नाव लेकर दौड़ पड़े। मछुआरों ने सोनू व आर्यन को बचा लिया। जबकि पांच किशोर शनि, प्रियांशु, मुलायम व आकाश और हिमांशु गहरे में पानी में डूब गए। शोर मचाते हुए भागने वाले बालकों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो हड़कंप मच गया। खबर मिलते ही पूरा मोहल्ला व परिजन कछार गंगा नदी की तरफ दौड़ पड़े। बचाए गए बालकों की जुबानी दर्द भरी कहानी सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। बगैर देर किए लोगों के द्वारा खबर पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही गोताखोरों व पुलिस अफसरों एवं जवानों के साथ सीपी मौके पर पहुंच गए। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस गोताखोरों की मदद से शनी, प्रियांशु, मुलायम, आकाश और हिमांशु की बॉडी बरामद कर ली। बरामद पांचों की बॉडी को पुलिस के द्वारा पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक पांचों की बॉडी का पोस्टमार्टम शनिवार सुबह होगा।

ऐसे मासूमों पर झपटी थी मौत
मौत के मुंह से आहर आए आर्यन और सोनू ने पुलिस व घरों को पूरी घटना कैसे हुई इसकी जानकारी दिया
पुलिस के मुताबिक मरने वाले पांचों युवकों का परिवार मोहक हॉस्पिटल के आसपास ही किराए पर रहता है।
बताते हैं कि गंगा में निर्माणाधीन पुल के लिए हॉस्पिटल के पास नाले के बगल कछार की ओर रोड बना दी गई है
दोनों के मुताबिक इसी रोड से वे सभी अक्सर कछार की ओर घूमते हुए चले जाया करते थे।
शुक्रवार को भी सभी नौ दोस्त एकत्रित इकट्ठे हुए और इसी रोड को पकड़कर कछार गंगा नदी किनारे पहुंच गए।
नदी किनारे पहुंचते ही नहाने के लिए हिमांशु गंगा नदी के पानी में कदम बढ़ा दिया। अचानक उसे डूबते हुए देखकर बचाने के लिए अन्य दोस्त एक-एक कर के नदी में उतरे।
मगर, सभी सातों साथी गहरे में जाने से डूबने लगे। शुक्र था कि बाहर खड़े भागने वाले दोस्तों ने शोर तो मछुआरे सोनू व आर्यन को बचा लिए।