प्रयागराज ब्यूरो । मेजा के कुर्की कला गांव में डायरिया ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। गांव के एक ही परिवार के पांच लोग बीमारी की चपेट में हैं और एक महिला की मौत हो गई है। सूचना मिलने पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनमें से चार को सीएचसी से हटाकर बेली हास्पिटल रेफर कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि एक मरीज का घर पर इलाज चल रहा था।

उल्टी दस्त से परेशान था परिवार

जानकारी के मुताबिक परिवार के सभी लोग उल्टी दस्त से परेशान थे। 42 वर्षीया सरोजा देवी पत्नी जगदीश यादव की बुधवार की शाम उल्टी दस्त की शिकायत पर पहले गांव के झोला छाप डॉक्टर से इलाज कराया। दवा से आराम नही मिला तो पचदेवरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। इससे गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों का कहना है कि बुधवार शाम को अचानक महिला की तबियत खराब हुई थी। इसी सूचना मिलने पर गुरुवार को सीएचसी मेजा प्रभारी अधीक्षक डॉ.बब्लू सोनकर के नेतृत्व में चिकित्सकों एक दल ने गांव में जाकर खोजबीन शुरू कर दी।

कारणों का पता लगाने में जुटी टीम

बताया गया कि डायरिया से पीडि़त 75 वर्षीय कमला शंकर सामान्य स्थिति में घर पर हैं। 70 वर्षीय सुमित्रा देवी, 45 वर्षीय प्रमिला देवी और 16 वर्षीय दीपांशु का इलाज सीएचसी में किया जा रहा है। गुरुवार को मेजा के कुर्की कला गांव में डिप्टी सीएमओ डॉ। वरुण क्वात्रा के नेतृत्व में एक टीम वहां पहुंची थी। पीडि़त लोगों के परिजनों से मुलाकात कर आवश्यक जानकारी देते हुए पानी की जांच के लिए नमूना लिया। इस दौरान एडीओ पंचायत को बुलाकर गांव में फैली गंदगी को साफ कराने के निर्देश दिए गए। बताया गया कि पानी का नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है। हैंडपंप का पानी सस्पेक्टेड है और रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जानी है।

गांव के पांच लोग बीमार थे और एक महिला की मौत हा गई है। जानकारी के मुताबिक उसने झोलाछाप से इलाज कराया था। हैंडपंप का पानी संदेहास्पद था इसलिए उसका नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है। एडीओ पंचायत को साफ सफाई और दवा का छिड़काव कराने के लिए कहा गया है।

डॉ। वरुण क्वात्रा, डिप्टी सीएमओ प्रयागराज