शनिवार की शाम किया गया अंतिम संस्कार, आरोपित हिरासत में, पुलिस ने नहीं किया कन्फर्म
धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर स्थित अबूबकरपुर मोहल्ले में शुक्रवार देर शाम रेलकर्मी के पुत्र की गोली मारकर हत्या के मामले में उसके पांच दोस्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। एफआइआर मृतक के पिता की तहरीर पर लिखी गई है। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है, लेकिन अभी वह इससे इन्कार कर रही है। वहीं, शनिवार शाम पोस्टमार्टम के बाद मानस के शव का दाह संस्कार किया गया।
रेलवेकर्मी का पुत्र था मानस
अबूबकरपुर मोहल्ला निवासी शक्ति नारायण सिंह रेलवे कर्मी हैं। उनके पुत्र मानस कुमार सिंह (22) की शुक्रवार देर शाम घर से कुछ दूर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। देर रात मृतक के पिता की तहरीर पर अमित, सूरज, प्रियांशु, ऋषि और झंडू पासी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। पुलिस ने सभी आरोपितों को पकड़ भी लिया था। पूछताछ में आरोपित सूरज ने पुलिस को बताया कि उसके पास अवैध पिस्टल थी। कमरे में जब वह बेंच पर लेटा था तो उसकी कमर में लगी पिस्टल को मानस ने देख लिया था। उसने पिस्टल निकाल ली और देखने लगा। सूरज ने उसके हाथ से पिस्टल छीनी, लेकिन इसी बीच घोड़ा दब गया, जिससे सूरज को गोली लग गई। उसने पुलिस को यह भी बताया कि मानस को जब गोली लगी तो वह और उसके अन्य दोस्त भाग नहीं थे। वाहन से मानस को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। हालांकि, पुलिस को उसकी इस पूरी कहानी पर यकीन नहीं है।
दो लाख में खरीदी थी पिस्टल
सूरज निवासी मीरापट्टी ने पुलिस को बताया कि उसने पिछले वर्ष एक व्यक्ति से दो लाख रुपये में पिस्टल खरीदी थी। उसे पिस्टल रखने का शौक है। वह घर से बाहर निकलता तो धाक जमाने के लिए पिस्टल जरूर लगाए रखता था।
सीसीटीवी फुटेज को खंगाला
पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो पहले अमित और प्रियांशु मानस के साथ निर्माणाधीन मकान में जाते दिखाई दिए। कुछ देर बाद मानस मकान से दो मजदूरों के साथ निकला और अपने घर चला गया। करीब पांच मिनट बाद मानस मजदूरों के साथ सीढ़ी लाता हुआ नजर आया। इसी के करीब 15 मिनट बाद घटना हो गई।
पुलिस हर ¨बदु की जांच कर रही है। अभी कोई आरोपित पकड़े नहीं गए हैं। घटना की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। पिस्टल छीनने के दौरान गोली चलने की बात सामने आ रही है। रंजिश व अन्य ¨बदुओं पर जांच की जा रही है।
अनुपम शर्मा
इंस्पेक्टर धूमनगंज