मुठभेड़ में पकड़े गए कत्ल के आरोपितों ने औद्योगिक एरिया में लगाया था बॉडी को ठिकाने
PRAYAGRAJ: औद्योगिक एरिया में मुठभेड़ के दौरान दो शातिर पकड़े गए। इनमें एक शिव बाबू प्रजापति तो दूसरा अशफाक है। इन्ही दोनों ने अण्डा कारोबारी के चालक महेश पटेल उर्फ कल्लू का कत्ल लूट के बाद किया था। कल्लू गिरफ्तार शिव बाबू का जिगरी मित्र था। लूटने और हत्या के बाद दोनों कल्लू की बॉडी को रोड किनारे फेक दिए थे। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपितों द्वारा गुनाह को कबूल किया गया। इनकी करतूत लोगों तक पहुंची तो वह यह कहने से खुद को नहीं रोक सके कि, वाकई जमाना किसी पर भरोसे के लायक नहीं रहा।
दोस्त को देख गाड़ी रोका कल्लू
नैनी के चकलाल मोहम्मद निवासी कल्लू अण्डा व्यापारी जावेद की गाड़ी का चालक था। अण्डे की सप्लाई देना और रुपयों की वसूली करना उसका मुख्य काम था। एक दो मर्तबा कल्लू का दोस्त शिव बाबू निवासी दक्षिणी लोकपुर नैनी भी वसूली व सप्लाई में साथ गया था। उसे अच्छी तरह से पता था कि वसूली के रुपये कल्लू गाड़ी में सीट के पीछे रखता है। हर रोज यह रकम एक लाख या इससे अधिक होती है। एसपी यमुनापार के मुताबिक यहीं से शिव बाबू की नीयत खराब हो गई। वह अपने दोस्त अशफाक निवासी मुन्ना मस्जिद के सामने करेली संग कल्लू को लूटने का प्लान बनाया। रविवार इसके बाद बाइक से दोनों कल्लू का पीछा कर लिए। औद्योगिक एरिया में कटका के आगे उसकी अण्डे वाली गाड़ी के सामने बाइक लगा कर रोक लिए। कल्लू दोस्त शिव बाबू को देखा तो गाड़ी रोक दिया। दोनों बाइक खराब होने की बात कहकर उसकी गाड़ी में बैठ गए। इसके बाद कल्लू गाड़ी लेकर आगे बढ़ा तो टोल की तरफ जाने के बजाय दोनों उसे पचदेवरा करछना की ओर घुमा दिए। इस रोड पर कल्लू के पास मौजूद अण्डा दुकानदारों से वसूली के एक लाख 19 हजार रुपये लूट लिए। चूंकि शिव बाबू को डर था कि कल्लू को जिंदा छोड़ने पर वह पकड़वा सकता है। इस लिए वह अशफाक के साथ मिलकर दोस्त कल्लू को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद बॉडी वहीं रोड किनारे फेंक दिए। चूंकि शिव बाबू भी चालक था लिहाजा लूट व कत्ल के बाद उसकी अण्डे वाली गाड़ी लेकर करीब एक किमी दूर गया। वहां उस गाड़ी को छोड़कर दोनों दफा हो गए। उधर उसकी बॉडी मिलने के बाद पुलिस इस बात की जांच में थी कि कल्लू की मौत हुई कैसे? क्योंकि उसकी बॉडी पर चोट के निशान तक नहीं थे। परिवार वाले भी अनभिज्ञता ही जता रहे थे।
इस तरह हुई मुजहमत
इस बीच पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि दो बदमाश लूट का रुपया लेकर बांटने के इरादे से पिपरांव चांदी मोड़ की ओर जा रहे हैं। सूचना पर एसओजी टीम यमुनापार व औद्योगिक इंस्पेक्टर टीक के साथ घेरा बंदी कर लिए। इस रोड पर खुद को घिरा देख शिव बाबू पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। बताया गया कि जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से शिवबाबू घायल हो गया। उसे गोली लगते देख अशफाक के पसीने छूट गए। वह डरा तो जवान दौड़ा कर उसे भी दबोच लिया।
कल्लू का कत्ल नहीं चाहता था अशफाक
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में गिरफ्तार अशफाक ने बताया कि वह कल्लू की हत्या के खिलाफ था। लेकिन शिव बाबू ने दबाव दिया कि वह मुझे पहचानता है। जीवित रहा और लूट की बात पुलिस को बताया दिया तो दोनों पकड़े जाएंगे। इसी डर से शिव बाबू ने ही उसके सिर पर शूज के शोल से वार किया था। फिर एक रस्सी से उसके गले को घोंट दिया। चूंकि लूट में अशफाक साथ था, लिहाजा मर्डर में शिव बाबू का साथ देना उसकी मजबूरी बन गई।
चौबीस घंटे के अंदर लूट टू मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा किया है। महेश पटेल उर्फ कल्लू का कत्ल गिरफ्तार किए गए दो लुटेरों द्वारा की गई। लूटे गए रुपयों में 92 हजार की बरामदगी भी इनके पास से की गई हे।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार