- रेडियोलाजिस्ट संजय पांडेय की जान गई, लखनऊ में चल रहा था इलाज

- एमएमए के अब तक 16 सदस्यों की कोरोना से हो चुकी है मौत,जारी की सूची

प्रयागराज- जिले में ब्लैक फंगस से पहली मौत हुई है। शहर के जाने माने रेडियोलाजिस्ट डॉ। संजय पांडेय ने सोमवार देर रात एसजीपीजीआई में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनको वेंटीलेटर पर रखा गया था। वह कोरोना निगेटिव हो चुके थे लेकिन बाद में वह ब्लैक फंगस के शिकार हो गए। इस तरह से जिले में अब तक इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े 16 डॉक्टर्स कोरोना के चलते अपनी जान गवां चुके हैं। एएमए की ओर से मरने वाले डॉक्टर्स की सूची जारी की गई है।

83वें बैच के थे

डॉ। पांडेय एमएलएन मेडिकल कॉलेज के 83वें बैच के छात्र थे। रामबाग में संगम टावर में इनका सिटी स्कैन सेंटर था। कोरोना संक्रमण होने के बाद उनको यश हास्पिटल में इलाज चल रहा था। 16 दिन भर्ती होने के बाद वह कोरोना निगेटिव हो गए। लेकिन फंगस इंफेक्शन के चलते उन्हें लखनऊ एसजीपीजीआई में भर्ती कराना पडा। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

जताई संवेदना

एएमए सचिव डा राजेश मौर्या ने बताया कि एक बेहतर रेडियोलाजिस्ट की मौत से पूरा चिकित्सा जगत दुखी है। उनकी पत्नी शालिनी पांडेय स्वयं डाक्टर हैं। बेटे का कुछ दिन पहले अपहरण और मर्डर हो गया था। परिवार में उनकी एक बेटी बची है। डॉ मौर्या ने बताया कि वर्तमान में डॉ अनिल सरोज और डा विष्णु गोयल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। दोनों कोरोना संक्रमित हैं। बताया कि रविवार को एएमए के एक अन्य मेंबर डा एमए हक का निधन हो गया था। लेकिन उन्हें लीवर और किडनी की शिकायत थी।

अब तक जान गंवाने वाले डाक्टरों की सूची

एएमए ने कोरोना से मरने वाले डॉक्टर्स की सूची जारी की है। इसमें 15 डॉक्टर्स के नाम शामिल हैं। जिनमें डॉ माधुरी सिंह, डॉ पीके गुहा, डॉ मिलन मुखर्जी, डॉ जेके मिश्रा, डॉ अनंत शुक्ला, डॉ आरसी पांडेय, डॉ पीसी मिश्रा, डॉ एके राठी, डॉ सुदीप वर्मा, डॉ नीरज शर्मा, डॉ गंगा राम, डॉ केजी मिश्रा, डॉ भरत आरोरा और डॉ प्रशांत सिन्हा का नाम है।

एएमए के 16 मेंबर अब तक कोरोना का शिकार हो चुके हैं। डॉ संजय पांडेय की जान ब्लैक फंगस की वजह से चली गई।

कोविड संक्रमण के दौरान इम्युनिटी वीक होने से वह इसकी चपेट में आ गए। यही कारण रहा कि बाद में कोरोना निगेटिव होने के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई सकी।

-डा राजेश मौर्या, सचिव, एएमए प्रयागराज