प्रयागराज (ब्यूरो)। बताते हैं कि लकड़ी मण्डी में होली के दूसरे दिन शनिवार को रंग चल रहा था। करीब दो बजे विनोद घर के बाहर कुछ युवकों के साथ होली खेल रहा था। छानबीन में पुलिस को मालूम चला कि उसी समय दुर्गेश उसके सामने से कहीं जा रहा था। उसे देखते ही विनोद ने डाल दिया। यही वह कारण था जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ था। बहस देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। साथ रहे लड़े शोर मचाने लगे। आवाज सुनकर कौशाम्बी भारवारी से होली खेलने मायके आई विनोद की बहन रानी और ङ्क्षचटू दौड़ पड़ा। तफ्तीश में जुटी पुलिस को मालूम चला है कि विनोद किसी से गन छीनकर फायरिंग किया था।
हाथ में गन आते ही कई फायरिंग
गन किसके हाथ से छीना था यह बात कंफर्म नहीं हो सकी है। अब पुलिस इस बात का पता लगाने में जुट गई है। कहा जा रहा है कि उसके हाथ में गन आते ही वह एक के बाद एक कई राउंड फायरिंग झोंक दिया। फायरिंग से जो मंजर सामने आया उसे देखकर लोगों में दहशत फैल गई। शुक्र था कि विवाद को शांत कराने के लिए पहुंचे चिंटू और विनोद की गहन रानी को गोली पांव में ही लगी। अन्य था यह घटना और भी बड़ी हो सकती थी। पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि दुर्गेश तीन भाइयों में बड़ा था। जबकि विनोद पांच भाईयों में दूसरे नंबर पर था। कहा यह भी गया कि विनोद के एक भाई की मौत पहले ही हो चुकी थी। चार बचे हुए थे उसमें से विनोद की हत्या के बाद अब तीन ही बचे। कुछ महिलाओं ने बताया कि विनोद के चार बच्चे भी हैं। इसी तरह जार्जटाउन मर्डर केस में भी अवैध पिस्टर का इस्तेमाल किया गया था। मतलब यह हुआ कि होली के भी कुछ लोग ऐसे थे जो पिचकारी की जगह पिस्टल लेकर घूम रहे थे। पुलिस की चेतावनी और शांति बनाए रखने की अपील का भी ऐसे लोगों पर कोई असर नहीं हुआ।
दोनों ही घटनाओं की गहन जांच कराई जा रही है। कई टीमें लगाई जा चुकी हैं। एक-एक बिन्दु को बारीकी से खंगाला जा रहा है। शाम तक जो भी बातें सामने आई हैं। उन्हें भी गंभीरता के साथ जांच में शामिल किया गया है। तहरीर मिलने के बाद रिपोर्ट दर्जकर आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी