प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पटाखा मार्केट हो या मकान आग लगने उससे निपटने की तैयारी विभाग ने भी कर ली है। विभाग के पास आग बुझाने के लिए कुल 15 फायर टेंडर हैं। इनमें छह फायर टेंडर नगरीय क्षेत्र यानी शहरी एरिया में है। इसके अतिरिक्त पांच छोटे फायर टेंडर भी विभाग के पास मौजूद हैं। सबसे कम संख्या रेस्क्यू बाइक की है। विभाग के पास मात्र दो बाइक है जिससे विभाग सकरी गलियों में आग बुझाने का काम करता है। विभाग ने पर्व के मद्देनजर अफसरों ने लोगों को भी सतर्क किया है। कहा है कि रोशनी के पर्व दीपावली पर थोड़ी सी चूक आग की बड़ी घटना का कारण बन सकता है। इसलिए सतर्कता बहुत जरूरी है।

ऐसे आग की घटना से बचें

पटाखा बजाने वाले स्थान के आसपास टंकी में पानी फुल रखें, दुकानदार फायर इक्विपमेंट्स के साथ बालू और पानी रखेंगे

दीप जलाते वक्त ध्यान रखें कि आसपास कोई कागज या कपड़े नहीं है

बिजली के बोर्ड या गैस चूल्हे के पास पटाखों को बिल्कुल न रखें

छोटे बच्चों को खुद से पटाखा बजाने की अनुमति न दें

आग लगने पर तत्काल सूचना फायर ब्रिगेड या पुलिस को सूचना दें और संभव हो तो टंकी के पानी से आग बुझाएं

घरों में गैस सिलेंडर के पास कैंडल या दीप कतई न जलाएं। झालर से दूरी बनाकर रखें

दस बाइक फायर टेंडर की डिमांड

शहर में घनी आबादी वाले इलाकों में आग लगने पर बुझाने में विभाग को बड़ी दिक्कतें होती हैं। सकरी गलियों में फायर टेंडर की गाडिय़ां नहीं जा पाती। इससे बड़ी मशक्कत के बाद वह आग बुझा पाते हैं। तब तक काफी नुकसान हो चुका है। यह सब देखते हुए अफसरों सिटी के अंदर 10 बाइक की डिमांड की है।

प्लांट का हाइड्रोलिक आएगा काम

विभाग के पास मौजूद हाइड्रोलिक मशीन पिछले कई वर्षों से खराब है। ऐसे में ऊंची इमारतों में आग लगने पर जवानों को उसे बुझाने में दिक्कत होती है। यह सब देखते हुए इसे बनवाने के लिए सीएफओ ने शीर्ष अफसरों को पत्र लिखा है। मेंटिनेंस के लिए विदेश से इंजीनियर्स को आना है। यह काम सीधे शासन स्तर से होने हैं। फिलहाल मशीन के बनने तक विभाग शंकरगढ़ प्लांट में मौजूद हाइड्रोलिक मशीन का प्रयोग करेगा। इसके लिए फायर ब्रिगेड विभाग ने प्लांट के अफसरों से समझौता किया है।

पर्व पर आग से बचाव के कुछ जरूरी उपाय हर किसी को करने चाहिए। एक छोटी सी गलती आग की बड़ी घटना को जन्म दे सकती है। पटाखा दुकानों को एनओसी से पहले पूरी तफ्तीश व आवेदक से पूछताछ की जाएगी। वे नियमों का पालन करेंगे यह लिखकर देना होगा। इसके बाद एनओसी मिलेगी।

आरके पांडेय मुख्य अग्निशमन अधिकारी