प्रयागराज (ब्यूरो)। यह दुकान राजस्थान स्थित बाड़मेर निवासी नारायण ङ्क्षसह की थी। वह परिवार के साथ कॉलोनी में ही रहते हैं। बताते हैं कि शुक्रवार रात करीब 10 बजे दुकान बंद करके वह आवास चले गए। रात लगभग 12:30 बजे दुकान से उठ रहे धुएं के गुबार पर लोगों की नजर पड़ी। जब तक लोग कुछ समझ पाते कि ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगी। दुकान में आग की खबर सुनते ही कॉलोनी से मालिक और कर्मचारी भी भाग कर मौके पर पहुंचे। खबर फायर कर्मियों को दी गई। मिठाई की दुकान में लगी आग की सूचना आते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी डॉ। आरके पांडेय, एफएसओ नागेंद्र द्विवेदी, शिवमूरत यादव आदि फायर टेंडर के साथ मौके पर पहुंचे। फायर कर्मियों को नारायण ङ्क्षसह द्वारा दुकान में गैस सिलेंडर होने की जानकारी दी गई। यह बात मालूम चलते ही जवानों द्वारा शटर का ताला खोलने की जुगत में जुट गए। किसी तरह शटर खोकर जवानों द्वारा फायर के जवान एयर वाटर का छिड़काव शुरू किए और अंदर दाखिल हुए। बारी-बारी दर्जन भर से अधिक गैस सिलेंडर को बाहर निकाला गया। आग बुझाने में करीब चार घंटे का वक्त लगा। नारायण ङ्क्षसह की मानें तो आग से करीब 22 लाख रुपये के आधुनिक उपकरण व 14 लाख का डेकोरेशन व छह लाख की मिठाई बर्बाद हो गई।
जांच में आग लगने की वजह से प्रथम दृष्टया फ्रिजर में शार्टसर्किट सामने आई है। हालांकि, अभी जांच चल रही है।
छानबीन पूरी होने के बाद ही आग लगने की सही वजह मालूम चलेगी।
डॉ। आरके पांडेय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी