प्रयागराज ब्यूरो । सीडीए पेंशन कार्यालय में गुरुवार शाम आग लगने से अफरातफरी मच गई। आग दूसरी मंजिल के एक कमरे में लगी थी। सूचना पर फायर बिग्रेड पहुंच गई। आननफानन में आग बुझाने की कवायद शुरू की गई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू में किया जा सका। पता चला कि आग से तमाम फाइलें जलकर नष्ट हो गई हैं।
बंद कमरे में लगी आग
सीडीए पेंशन का कार्यालय तीन मंजिला भवन में है। दूसरे तल पर एक कमरे में लोहे की आलमारियों में महत्वपूर्ण फाइलें रखी गई थीं। गुरुवार शाम को कमरे से धुआं निकलने लगा तो लोगों को जानकारी हुई। सूचना पर सीएफओ आरके पांडेय फायर बिग्रेड की टीम के साथ पहुंच गए। पता चला कि कमरा बंद रहता है। उसके अंदर आलमारियों में फाइलें रखी जाती हैं। फायर बिग्रेड की टीम आग बुझाने में जुट गई। वेंटिलेशन का कोई रास्ता नहीं होने से कमरे में धुअंा भर गया था। जानकारी पर सेना के जवान भी आ गए। सेना के जवानों ने फायर इस्टिंग्यूसर से आग बुझाने की कवायद की मगर कामयाबी नहीं मिली। इस बीच कमरे को खोलकर धुआं निकाला गया। इसके बाद फायर टेंडर से पानी डाला गया। करीब एक घंटे बाद आग बुझ सकी।

एक महीने में दो बार लगी आग
सीडीए पेंशन कार्यालय में एक महीने में दो बार आग लगने की घटना हुई है। पिछले महीने 17 जुलाई को भी सीडीए पेंशन कार्यालय में आग लगने की घटना हुई थी। उस दौरान भी तमाम फाइलें जलकर नष्ट हुई थीं। उस दौरान जांच में पता चला कि थी कार्यालय में लगे अग्निशमन यंत्र निष्प्रयोज्य हैं। इस पर सीएफओ आरके पांडेय ने वहां के अफसरों से अग्निशमन यंत्रों को दुरुस्त कराने की बात कही थी।

17 जुलाई को आग लगने की घटना के बाद सीडीए पेंशन कार्यालय में अग्निशमन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पत्र भेजा गया था। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया। इस बार भी आग लगने के बाद वहां लगे अग्निशमन यंत्र बंद पड़े मिले।
आरके पांडेय
सीएफओ, फायर बिग्रेड