प्रयागराज ब्यूरो घर सामने या पीछे नाला और कूड़ा फेक रहे हैं तो अपनी इस आदत में सुधार कर लीजिए। क्योंकि नाला में कूड़ा फेकने वालों पर नगर निगम एक्शन की तैयारी है। ऐसे व्यक्तियों के ऊपर कम से कम पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माने की यह रकम सख्ती के साथ वसूल की जाएगी। इसके लिए बाकायदे विभाग नोटिस जारी करेगा। सफाई कर्मी अचानक नालों पर नजर दौड़ाएंगे। नाले में जहां भी कूड़े का ढेर होगा उसके आसपास के घर चिन्हित किए जाएंगे। इस इस बात की रिपोर्ट वह सफाई नायक को करेंगे। सफाई नायक जानकारी अफसरों को देंगे। जिसके घर के पीछे या सामने के नाले में कूड़े का ढेर लगा है रिपोर्ट में उस मकान के मालिक नाम भी होगा। इसी के आधार पर नगर निगम के अधिकारी जुर्माने की नोटिस जारी करेंगे। नोटिस के पूर्व नगर निगम टीम भेजकर खुद भी सच्चाई का पता कराएगा। यह टीम मोबाइल से वीडीओ बनाने के साथ फोटो भी खीचेगी। कूड़ा फेकने वाले लोग यह नहीं कह सकें कि कूड़ा उनके घर का नहीं है।

एक्शन मोड में है अब नगर निगम
नाला सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए। बावजूद इसके नाला ठीक से साफ नहीं हो सके। नाला में में शिल्ट व कचरा के जमा होने से बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा। जल निकासी नहीं होने से शहर के कई मोहल्लों में जल भराव से पब्लिक झेल रही है। समस्या इतनी विकट है कि इसका तोड़ नहीं निकल पा रहा। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम अब एक्शन मोड में आ गया है। नाला को साफ रखने अब नाला की रेंडम चेकिंग कराएगा। यह चेकिंग एरिया में झाड़ू लगाने वाले सफाई कर्मी ही करेंगे। जिसके भी घर के आगे या पीछे नाला में कचरा फेका जा रहा होगा उसकी जानकारी यह सफाई कर्मी अपने नायक के जरिए नगर निगम के अफसरों को देंगे। सूचना पर नगर निगम के अधिकारी खुद टीम बनाकर नाला की जांच कराएंगे। इस टीम ने यदि प्राप्त सूचना को सही ठहराया तो मकान मालिक को नोटिस जारी की जाएगी। नोटिस में पांच हजार रुपये तक का जुर्माना अधिकारी लगा सकते हैं। जिसके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा उससे वसूली भी उसी सख्ती के साथ की जाएगी। नगर निगम के अफसरों का मानना है कि नाला में पब्लिक के द्वारा कूड़ा फेका जा रहा है। इससे नाला गंदा तो हो ही रहा है, जल निकासी भी नहीं हो पा रही है। चंद लोगों की इस हरकत से उत्पन्न समस्या दूसरे लोगों के लिए भी बारिश में परेशानी उत्पन्न कर रही है। शहर के अंदर छोटे बड़े मिलाकर करीब 700 नाले हैं। इनमें लगभग 540 नाला छोटे बताए जा रहे हैं। इन्हीं छोटे नालों में लोगों के द्वारा घरों का कचरा फेके जा रहे हैं।

गंदे नाला से बढ़ रहे घातक मच्छर
कूड़ा करकट फेकने से नाला में पानी के ठहराव होने लगता है। इस ठहरे हुए पानी में डेंगू और मलेरिया जैसी बमारी को बढ़ाने वाले मच्छर पैदा हो रहे हैं। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि यदि नाला में कचरा लोग फेकना बंद कर दें तो पानी का ठहराव नहीं होगा। बहते हुए पानी में ऐसे मच्छर पनप नहीं पाएंगे। मच्छरों की तादाद कम होने से डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी भी नहीं फैलेगी। एक सुधार से शहर के अंदर कई तरह की समस्याओं से निजात मिलने के आसार हैं।

शहर में कुछ ऐसे लोग हैं जो नाले में कूड़ा करकट फेक देते हैं। जिसकी वजह से नाला तो गंदा होता ही है अन्य कई समस्या दूसरी उत्पन्न हो जाती हैं। रोड और नाला में कूड़ा फेकना ऐसे लोगों की हैबिट बन गई है। जब तक सख्ती नहीं बरती जाएगी वह सुधरने वाले नहीं हैं। शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी हर व्यक्ति की है।
अरविंद राय, अपर नगर आयुक्त