प्रयागराज ब्यूरो । जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की फाइलें सदर तहसील में कूड़े के ढेर की तरह पड़ी हैं। लोगों द्वारा आवेदन किए तीन से चार महीने हो रहे हैं, लेकिन इन पर अधिकारियों के सिग्नेचर नहीं होने पर इनको आगे बढ़ाना मुश्किल हो रहा है। कई आवेदकों की फाइल इस ढेर में खोजने से नहीं मिल रही है। ढेर में अपने आवेदन की फाइल खोज रहे लोग फाइल गुम हो जाने तक की बात कह रहे हैं। ऐसे में आवेदक रोजाना सदर तहसील का चक्कर काटकर मायूस वापस लौट रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा किए गए रियलिटी चेक में सोमवार को लेागों का दर्द सामने आ गया।
पूछते ही जुबां पर उतर आया दर्द
दोपहर के करीब एक बजे रहे थे और रिपोर्ट सदर तहसील एसडीएम कार्यालय पहुंचा। यहां एसडीएम कक्ष से थोड़ा आगे कार्नर पर स्थित रूम में काफी भीड़ लगी थी। कमरे के अंदर कुछ लोग नाराजगी भरे लहजे में कर्मचारियों से बात कर रहे थे। मामले को समझने के लिए मौजूद कुछ लोगों व अधिवक्ताओं से रिपोर्टर द्वारा बात की गई। किए गए सवाल में जो उत्तर मिला वह चौंकाने वाला था। लोगों ने कहा कि पिछले तीन चार महीने से वह जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रखे हैं। उनकी फाइल तहसील में महीनों से धूल फांक रही है। जब भी आते हैं पता चलता है कि संबंधित अधिकारी के सिग्नेचर नही हुए हैं। इसलिए इंतजार करना होगा।
सबने बयां कर दी दिल की बात
इस बीच करेली के इस्माइल और सुरेश सिंह, सबाना बेगम सहित कुछ लोग वकील के साथ रूम से बाहर निकले। उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि तीन महीने हो गए जन्म प्रमाण पत्र की फाइल यहां पड़ी है। अभी तक यह फाइनल नही हो सकी है। कई बार निराश होकर वापस लौटना पड़ा है। इसी तरह कीडगंज के रीतेश कुमार गुप्ता, मम्फोर्डगंज के ज्ञानेंद्र सिंह और कीडगंज के मावेंद्र सिंह ने भी अपना दुखड़ा सुनाया। कहा कि वह मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किए थे। आज धीरे-धीरे चार महीने का समय बीतने जा रहा है। कुछ लोगों का तो कहना था कि उनकी फाइल नहीं नहीं मिल रही है।