प्रयागराज ब्यूरो । शांतिपूर्ण मतदान कराने को लेकर महीनों की गई प्रशासनिक कसर पर चंद सियासी लोग व उनके समर्थक पानी फेर दिए। फर्जी वोटिंग को लेकर हंगामा और हाथा-पाई एवं पुलिस से झड़प के बीच गुरुवार को निकाय चुनाव सम्पन्न हुआ। मतदान केंद्रों पर फर्जी वोटिंग के इरादे से पहुंचे करीब तीन दर्जन लोग पुलिस के द्वारा पकड़े गए। पकड़े गए इन फर्जी वोटरों में महिलाएं भी शामिल रहीं। इनमें पंद्रह ऐसे वोटर रहे जिनके पास से पुलिस के द्वारा फर्जी आधार कार्ड और अन्य आईडी बरामद की गई। फर्जी आईडी लेकर दूसरों की जगह वोटिंग करने पहुंचे इन लोगों के खिलाफ पुलिस पुलिस के द्वारा केस दर्ज किया गया। एक मुकदमा करेली तो दूसरा झूंसी थाने में लिखा गया। शेष 16 लोगों को मतदान के बाद हिदायत देकर छोड़ दिया गया। पुलिस के मुताबिक छोड़े गए लोगों के पास से कोई फर्जी आईडी नहीं मिली है। फर्जी वोटिंग के आरोप में शिवकुटी थाने लाए गए युवकों को छुड़ाने के लिए दर्जनों लोग थाने का घेराव कर लिए। पूछताछ और छानबीन के बाद पुलिस के द्वारा उन युवकों को छोड़ दिया गया। इसी तरह शंकरगढ़ में भी दो प्रत्याशियों के बीच जमकर झड़प व हाथा पाई हुई। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करके उन्हें मौके से हटाया गया। इस तरह मतदान शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक जगह-जगह होने वाली छिटपुट घटनाओं को छोड़ दिया जाय माहौल शांतिपूर्ण रहा।
करेली पांच झूंसी में दस पर मुकदमा
दोपहर के वक्त करेली इलाके के अति संवेदनशील प्लस मतदान केंद्र लेखपाल
प्रशिक्षण गौस नगर में पुलिस को फर्जी वोटिंग की खबर मिली। कंट्रोल रूप से यह जानकारी फील्ड में रहे अफसरों को दी गई। अफसर यहां पहुंचते इसके पहले इसी थाना क्षेत्र के करेलाबाग बूथ पर भी फर्जी वोटिंग की शिकायत पुलिस अफसरों को मिली। करेली क्षेत्र में कई बूथों से कंट्रोल रूम में फर्जी वोटिंग की शिकायतें लोगों के द्वारा फोन से की गई। इन सूचनाओं पर एक्शन पुलिस एक्शन में आ गई। क्षेत्र के अलग-अलग मतदान केंद्रों से फर्जी वोटिंग में कुल 15 लोग हिरासत में लिए गए। तलाशी व छानबीन में करेली पुलिस को पांच लोगों के पास से फर्जी आधार कार्ड मिले। इनमें बुर्का पहने हुए तीन महिलाएं भी शामिल बताई गईं। इन पांचों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस शेष अन्य को मतदान समाप्त होने के बाद हिदायत देकर छोड़ दिया गया। करेली थाना प्रभारी ने कहा कि ईवीएम जमा कराने के बाद पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसी तरह झूंसी थाना पुलिस के द्वारा विभिन्न मतदान केंद्रों से फर्जी वोटिंग करने पहुंचे कुल 10 लोग गिरफ्तार किए गए। थाना प्रभारी वैभव सिंह ने कहा कि इनके खिलाफ देर रात मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बताया कि सभी दस लोगों के पास से फेक आईडी बरामद की गई है। इसी तरह जार्जटाउन में फर्जी वोटिंग करने की कोशिश कर रहे तीन नाबालिग पकड़े गए। उन्हें जार्जटाउन थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह के द्वारा मतदान बाद हिदायत देकर छोड़ा गया। नैनी थाना प्रभारी द्वारा एक फर्जी वोटर को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया गया। इन सभी थाना क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग को लेकर प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के बीच जमकर जमकर हंगामा हुआ।
शंकरगढ़ और शिवकुटी में हुआ हंगामा
शांतिपूर्ण चल रहा मतदान दोपहर के वक्त शिवकुटी में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब महासय सुरियादीन विद्यालय में विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी पहुंचे। लोगों की मानें तो एक निर्दल प्रत्याशी विधायक पर फर्जी वोटिंग कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हंगामें की सूचना पर पहुंची पुलिस कुछ युवकों व एक महिला हिरासत में लेकर शिवकुटी थाने उठा लाई। बताते हैं कि महिला और उन युवकों को छुड़ाने के लिए विधायक के दर्जनों समर्थक शिवकुटी थाने का घेराव कर लिए। थाने पर उनके जरिए जमकर हंगामा किया गया। इस हंगामें का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ के बाद पुलिस उन्हें छोड़ दी। इसके बाद थाने का घेराव करने पहुंचे लोग युवकों को लेकर वहां से चले गए। इस बीच शिवकुटी के मेहदौरी मोहल्ले से लेकर थाने तक जमकर हंगामा हुआ। मामले में विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी में ने कहा कि उन पर हमले की कोशिश की गई है। वह विचार के बाद मामले में केस दर्ज करवाएंगे। थाना प्रभारी शिवकुटी मनीष त्रिपाठी ने कहा कि थाने का घेराव या हंगामें जैसी कोई बात नहीं थी। उनकी मांग थी कि युवकों को छोड़ा जाय। पूछताछ के बाद हिरासत में लिए गए युवकों के पास से कोई फर्जी आईडी नहीं मिली। इस पर उन्हें छोड़ दिया गया। इसी तरह शंकरगढ़ में भी फर्जी वोटिंग को लेकर दो प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस हल्का बल प्रयोग करके दोनों पक्षों को वहां से खदेड़ दी। थाना प्रभारी शंकरगढ़ मनोज सिंह ने कहा कि हाथा पाई नहीं हुई थी, दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। पुलिस फोर्स पहुंची तो मामला शांत हो गया।