प्रयागराज (ब्यूरो) बुखार के मरीजों पर गठिया का खतरा मंडराने लगा है। ठीक होने के बाद भी जोड़ों के दर्द की वजह से उनका चलना फिरना मुहाल होता जा रहा है। ऐसे में उन्हें दोबारा इलाज का सहारा लेना पड़ रहा है। डॉक्टर्स इसे पोस्ट वायरल आर्थराइटिस का नाम दे रहे हैं। उनका कहना है कि समय पर इलाज और जांच नही कराने से कई माह तक मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

सौ में से 40 मरीज हैं प्रभावित
हालात यह हैं कि हड्डी तोड़ बुखार से पीडि़त सौ में से 40 मरीजों को गठिया यानी आर्थराइटिस से जूझना पड़ रहा है। उनको हाथ, कलाई, घुटना, एड़ी, पंजा, एल्बो आदि के जोड़ों के दर्द से जूझना पड़ रहा है। इस दर्द की कोई निश्चित मियाद भी नही है। बुखार उतरने के बाद कई माह तक इसका प्रकोप बना हुआ है। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में इसका अधिक असर देखने में आ रहा है।

प्रोटीन बढ़ जाने से होती है दिक्कत
बुखार के मरीजों को आर्थराइटिस की प्राब्लम एक तरह के प्रोटीन के बढ़ जाने से हो रही है। इसे सी रिएक्टिव प्रोटीन कहा जाता है। इसकी वजह से तमाम जोड़ों में गठिया का पेन होने लगता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि दर्द होने पर मरीजों की जांच के बाद इसकी मौजूदगी का पता लगाया जाता है और फिर मरीजों को दवाएं दी जाती हैं। इसे ठीक होने में तीन सप्ताह से तीन माह तक का समय लग जाता है।

एग्जाम्पल वन
बेनीगंज की रहने वाली सीमा तिवारी को दो सप्ताह तक तेज बुखार आया था। इसके चार दिन बाद बुखार उतर गया लेकिन हाथ-पैरों के जोड़ में दर्द बना रहा। एक माह बीतने के बाद भी दर्द ठीक नही हुआ तो उन्होंने डॉक्टर की सलाह ली। जांच में गठिया की पुष्टि हुई। एक माह तक लगातार दवा लेने के बाद उन्हे इस दर्द से आराम मिला।
एग्जाम्पल टू
ममफोर्डगंज निवासी 42 साल की पारुल सेठ को भी एक माह पहले तेज बुखार आया था। पांच दिन दवा खाने के बाद बुखार तो उतर गया लेकिन जोड़ों का दर्द नही गया। जांच कराने पर गठिया के लक्षण सामने आए। इससे वह परेशान हो गईं। उन्हें लगा कि इस रोग से कैसे छुटकारा मिलेगा। डॉक्टर ने उन्हें ढांढस बंधाया और इलाज शुरू किया, फिलहाल उन्हें पहले 50 फीसदी आराम है।

इस तरह से मिलेगा आराम
अधिक से अधिक लिक्विड का सेवन किया जाए।
मरीज को बुखार उतरने के बाद हल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए.
बिना डॉक्टर की सलाह के एंटी बायटिक या पेन किलर न लें।
जोड़ों में दर्द बना रहने पर प्रोटीन युक्त भोजन का कम सेवन करें।

सौ में से चालीस मरीज बुखार के ऐसे हैं जिन्हें जोड़ों के दर्द से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे पोस्ट वायरल आर्थराइटिस कहते हैं। इसमें मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ता है। समय रहते इलाज करा लेने से इस दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
डॉ। एआर पाल, आर्थोपेडिक सर्जन, बेली अस्पताल प्रयागराज