काफी दूर से ही दिखाई देने लगेगी ऐतिहासिक स्थलों पर फसाड़ लाइटिंग

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ALLAHABAD: बुर्ज खलीफा टावर दुबई में स्थित है। ये पूरी दुनिया में अपनी रोशनी के लिए जाना जाता है। इसकी रोशनी रात के समय वहां से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। इसी तरह का आकर्षित करने वाला लुक संगमनगरी में भी दिखाई देने जा रहा है। इसका विहंगम नजारा अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला में दिखेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से शहर की चार ऐतिहासिक स्थलों को चिन्हित किया गया है।

सात में से चार स्थलों का चुनाव

कुंभ के दौरान शहर के ऐतिहासिक स्थलों पर फसाड़ लाइटिंग की व्यवस्था के लिए क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय की ओर से जून के पहले सप्ताह में लखनऊ स्थित पर्यटन विभाग के मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें अकबर का किला, आनंद भवन, पब्लिक लाइब्रेरी, नया यमुना ब्रिज, पुराना यमुना ब्रिज, पत्थर गिरजाघर, व कर्जन पुल पर लाइटिंग कराई जानी थी। मुख्यालय से केवल चार स्थलों पर लाइटिंग की स्वीकृति मिली है। इसका ट्रायल पंद्रह अगस्त को कराने की योजना है।

सात करोड़ किया जाएगा खर्च

मुख्यालय से फसाड़ लाइटिंग के लिए सात करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया है। इसमें यमुना तट पर स्थित अकबर का किला व पुराना यमुना ब्रिज, गंगा नदी पर बना कर्जन पुल और सिविल लाइंस स्थित पत्थर गिरजाघर पर लाइटिंग कराई जाएगी। कुंभ मेला की अवधि के दौरान लगातार रात के समय ये स्थल रोशन होते रहेंगे।

क्या होती है फसाड़ लाइटिंग

फसाड़ लाइटिंग ऐसी होती है जिसे इमारत के निचले हिस्से के गेट पर लगाया जाता है। इसका फोकस उपर इमारत की ओर होता है। इसकी रोशनी कम से कम तीन किमी उपर तक जाती है। जिसमें इमारत पूरी तरह से जगमग होती है। इसमें रनिंग एलईडी लाइट गेट पर लगाई जाती है, जिससे रात के समय इमारत की खूबसूरती सबके सामने आती है और यह अलग-अलग शेड्स में होती है।

वर्जन

कुंभ मेला में आने वाले पर्यटकों को यहां की खूबसूरती दिखाने के लिए फसाड़ लाइटिंग की योजना को मंजूरी मिली है। इसके लिए जल्द ही रणनीति बनाकर कार्य शुरू कराया जाएगा।

दिनेश कुमार, उप निदेशक, पर्यटन विभाग