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मुंडेरा मंडी में शनिवार को स्थापित हुआ बायो कंपोस्ट प्लांट, पायलट प्रोजेक्ट के तहत हुई स्थापना
रोजाना मंडी से निकलता है तीन टन गीला कचरा, फैलती हैं गंदगी, होती है दुर्गन्ध
रिजल्ट अच्छा आने पर अन्य छोटी मंडियों के पास भी ऐसे ही लगाया जाएगा प्लांट
vinay.ksingh@inext.co.in
वर्र्षो नगर निगम के लिए सिर दर्द बन रहा कचरा अब कमाई का जरिया बनने जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम ने मुंडेरा मंडी में शनिवार को बायो कंपोस्ट प्लांट स्थापित कराया। जहां कचरे से जैविक खाद तैयार कर उसे खेती के लिए बाजार में उतारा जाएगा। ऐसे में रोजाना मंडी से करीब तीन टन निकलने वाले गीला कचरा बर्बाद नहीं होगा। मंडी परिसर के अंदर व बाहर फैल रहे कचरा बीमारियों की वजह भी बन रहा था। उससे भी छुटकारा मिलेगा। पर्यावरण अभियन्ता उत्तम कुमार वर्मा की माने तो प्लांट का अच्छा रिजल्ट आने के बाद अन्य छोटी मंडियों के पास भी ऐसे प्लांट लगाए जाएंगे।
55 लाख रुपये में तैयार हुआ प्लांट
शहर में फल व सब्जियों की थोक मंडी मुंडेरा मंडी है। यहां दूर-दूर से छोटी-बड़े व्यापारी के साथ किसान आकर थोक में सब्जियों और फल बेचते और खरीदते हैं। इस मंडी से रोजाना फलों और सब्जियों का गीला कचरा औसत तीन टन यानी तीन हजार किग्रा कचरा निकलता है। शनिवार को इसी क्षमता वाला बायो कंपोस्टिंग प्लांट अहमदाबाद, गुजरात की एजेंसी बायोफिक्स से मंडी पहुंचा। जहां प्लांट का निर्माण और मशीन आदि लगाने का काम करने वाली एजेंसी ट्रायल करेगी। दो दिन ट्रायल बाद प्रयागराज मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी द्वारा इनॉगरेशन किया जाएगा। इस निर्माण में करीब 45 लाख रुपये खर्च हुये है। इसके साथ ही इतने दूरी से यहां तक ट्रांसपोर्ट खर्च 75 हजार रुपये लगे हैं। जिस जगह पर लगाया गया है। वहां शेड का निर्माण कराने में 9,75,450 रुपये खर्च हुआ है।
यह होगी खाद की कीमत
मंडी में बड़ी मात्रा में फल और सब्जियां सड़ जाने से खराब हो जाती हैं। इससे उठती दुर्गंध से लोग परेशान रहते हैं। हालांकि अब ऐसा नहीं होगा। फल और सब्जियों से निकलने वाले गीले कचरे से कंपोस्ट खाद बनेगी। इस प्लांट को मुंडेरा मंडी के बैक साइड में बनाया गया है। उसके पीछे बने मोहल्ले के लोगों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी। इस पूरे प्लांट को तैयार करने वाले एक्सपर्ट निगम प्रशासन एजेंसी की माने तो किसानों को ढाई रुपये, मंडी व्यापारी को चार और पांच रुपये अन्य पब्लिक को दिया जाएगा।
45
लाख रुपये में बायो कंपोस्ट प्लांट निर्माण में हुये खर्च
03
टन के करीब रोजाना मंडी से निकलता है कचरा
09
लाख 75 हजार 450 रुपये प्लांट का शेड का निर्माण में हुये खर्च
75
हजार रुपये अहमदाबाद के गुजरात से मुंडेरा मंडी तक पहुंचने में ट्रांसपोर्ट में हुये खर्च
2.5
रुपये में किसानों को मिलेगा कंपोस्ट खाद
04
रुपये में मंडी के व्यापारियों को मिलेगा कंपोस्ट खाद
05
रुपये में अन्य पब्लिक को मिलेगा कंपोस्ट खाद
पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुंडेरा मंडी में बायो कंपोस्ट प्लांट लगाया गया है। बाद में शहर अन्य हिस्सों में भी ऐसे प्लांट लगाए जाने की योजना है। ट्रायल बाद काम शुरु हो जाएगा।
उत्तम कुमार वर्मा
पर्यावरण अभियन्ता नगर निगम
मंडी से रोजाना कई टन के कचरा निकलता है। अब यह गीला कचरा वेस्ट नहीं होगा। नगर निगम द्वारा एक अच्छा प्रयास है। किसानों को सबसे सस्ते में खाद उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे उनकी खेती व फसल अच्छे हो।
रेनू वर्मा
मंडी सचिव