प्रयागराज (ब्यूरो)। अभी तक पीडीए आवासीय योजनाएं शुरू करने के लिए किसानों की जमीनों को अधिग्रहीत करता था, जिसमें तमाम समस्याओं का सामना करना होता था। पहली बार ऐसा हुआ जब मार्च में पीडीए ने निर्णय लिया कि लैंब बैंक मजबूत करने के लिए किसानों से सीधे जमीन खरीदी जाएगी। इससे किसानों खुद चलकर आएंगे और उचित दाम उन्हें मिलेगा। इसमें कोई कानूनी अड़चन भी पेश नही आएगी।
बिल्डर्स का जबरदस्त दखल
शहर में जमीनें नही बची हैं। पीडीए के पास शहर के तमाम एरिया में टुकड़ो में प्लाट बचे हैं। कुछ जमीनें है जिसे माफियाओं से मुक्त कराया गया है। इससे ज्यादा पीडीए के लेनदार हैं जिनको जमीन मुहैया कराना जरूरी है। ऐसे में अब पीडीए ने शहर से बाहर के एरिया में जमीनों को खरीदने का निर्णय लिया था। यहां भी बिल्डर्स का जबरदस्त दखल है। तमाम जमीनों को बिल्डर पहले ही किसानों से मुंह मांगी कीमत पर ले चुके हैं। ऐसे में पीडीए को जमीन लेने के लिए अलग से एफर्ट करना पड़ सकता है।
आठ सालों में केवल एक परियोजना
बता दें कि जमीन की कमी की वजह से पीडीए पिछले आठ सालों में केवल एक परियोजना ही शुरू कर सकता है। वह भी लूकरगंज में माफिया अतीक अहमद के अवैध कब्जे से छुड़ाई गई जमीन है और इस पर पिछले साल दिसंबर से काम स्टार्ट हो गया है। बाकी कहीं भी पीडीए को आवासीय परियोजना शुरू करने में सफलता नही मिली है। जिन छह किसानों ने अपनी जमीन पीडीए को देने का निर्णय किया है वह फूलपुर और कानपुर रोड के हैं।
अब ग्राम प्रधानों से करेंगे संपर्क
फिलहाल सफलता नही मिलने पर पीडीए ने सीधे ग्राम प्रधानों से संपर्क करने का फैसला किया है। इसके लिए अधिकारी ग्राम प्रधानों स बात करके उनके यहां के काश्तकारों से संपर्क साधेंगे। जिससे आवासीय योजना के लिए जमीन मुहैया हो सके। ग्राम प्रधानों की मौजूदगी में पीडीए को अधिक से अधिक जमीन मिलने उम्मीद की जा रही है। पीडीए को महायोजना 2031 के लिए अधिक जमीन की जरूरत है। जिसके लिए लैंड बैंक तैयार करना बेहद जरूरी है।
महायोजना में प्रस्ताव
-आवासीय क्षेत्र के लिए 3206 हेक्टेयर भूखंड प्रस्तावित है
व्यावसायिक उपयोग के लिए 1057 हेक्टेयर भूखंड आरक्षित होगा
उद्योग के लिए 2573 हेक्टेयर भूखंड का प्रस्ताव है
अलग-अलग उपयोग के लिए प्रस्तावित भूखंडों से तैयार होगा लैंडबैंक
आवेदन कम आए हैं, इसलिए हम लोग अब ग्राम प्रधानों के साथ मीटिंग करेंगे। कोशिश करेंगे कि अधिक से अधिक किसानों से हमें जमीन मिले।
अजीत सिंह
पीडीए सचिव प्रयागराज