होटल ग्रांड में अर्बन परिवार कल्याण कार्यक्रम की हुई समीक्षा
बीते दो सालों में परिवार नियोजन के तरीकों के उतार-चढ़ाव पर हुई चर्चा
कोरोना संक्रमण के दौरान हुए लॉकडाउन में लोगों ने परिवार नियोजन के तरीकों का जमकर उपयोग किया। इस बात की तस्दीक स्वास्थ्य विभाग के अर्बन परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान हुई। बताया गया कि वर्ष 2019-20 की अपेक्षा 2020-21 में ओरल पिल्स और कंडोम की अधिक खपत हुई। कार्यक्रम में बढ़ते आंकड़े पर संतोष व्यक्त किया गया। अधिकारियों का कहना था कि शहरी जनता जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सजग है, जिसका परिणाम सामने दिख रहा है।
घर-घर पहुंचाए गए कंडोम और ओरल पिल्स
होटल ग्रांड में आयोजित कार्यक्रम में बताया गया कि पैनडेमिक के दौरान हुए लॉकडाउन में लोग घरों में रहने को मजबूर थे। ऐसे में अर्बन पीएचसी के अंतर्गत लोगों के घरों में ओरल पिल्स और कंडोम पहुंचाए गए। उन्हें परिवार नियोजन को लेकर सचेत भी किया गया। यही कारण रहा कि 2019-20 की अपेक्षा 2020-21 में इनकी खपत ज्यादा हुई। मौजूदा वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में भी परिवार नियोजना के तरीकों को लोगों ने खूब फॉलो किया है। इस दौरान भी अप्रैल से जून के बीच कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन लगाया गया था।
किसकी कितनी हुई खपत
वर्ष कंडोम ओरल पिल्स छाया टेबलेट कॉपर टी
2019-20 137815 24025 6165 4906
2020-21 431461 31463 10394 3324
2021-22 (अप्रैल-जूनन) 74269 6173 1892 269
ऐसे आया उतार चढ़ाव
कोराना संक्रमण के दौरान कंडोम और ओरल पिल्स की खपत बढ़ी तो कॉपर टी की घट गई। ऐसा इसलिए लॉक डाउन में लोग पीएचसी तक नही पहुंच सके। ऐसे में उनको कॉपर टी नही लगाई जा सकी। फिर भी अभियान को बूस्ट अप कर लोगों को लॉक डाउन हटने के बाद बुलाया गया। इसी तरह छाया गर्भनिरोधक गोली को भी दंपतियों ने स्वीकार किया है। द चैलेंज इनीशिएटिव फार हेल्दी सिटी अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ। प्रभाकर राय, एसीएमओ व अर्बन पीएचसी प्रभारी डॉ। सत्येंद्र राय, मंडलीय एनएचएम प्रभारी, पीएसआई विवेक मालवीय सहित तमाम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।