प्रयागराज ब्यूरो, इंस्पेक्टर की वर्दी में एक शख्स सिविल लाइंस हॉटस्टफ चौराहे के पास स्थित एक दुकान पहुंचा। कुछ सामान लिया और चाय की चुस्की लिया। दुकानदार जब पैसा मांगा तो वह वर्दी का रौब गांठने लगा। दुकानदार को उस पर शक हुआ कि वह फर्जी है। तभी पैसा न देना पड़े इस लिए खुलेआम वर्दी का रौब गांठ रहा है। इसी शक में वह फर्जी दरोगा द्वारा परेशान करने की सूचना पुलिस को दिया। इलाके में फर्जी दरोगा की खबर मिलते पीआरवी सहित थाने के जवान मौके पर पहुंचे। इन जवानों द्वारा किए गए सवाल पर वह खुद को असली इंस्पेक्टर बताने लगा। जवानों को उसकी बात पर विश्वास नहीं हुआ। लिहाजा उसे लेकर थाने पहुंचे। थाने पर वह अपनी पोस्टिंग पुलिस लाइंस में बताया। इस पर आरआई से उसकी तैनाती के बारे में कंफर्म किया गया। पता चला कि वह असली इंस्पेक्टर है और उसकी पोस्टिंग पुलिस लाइंस में ही है। देर रात तक वह सिविल लाइंस थाने पर ही बैठा था।
किसी के द्वारा 112 पर फर्जी दरोगा द्वारा परेशान करने की सूचना दी गई थी। जवान पहुंचे और थाने लाए। छानबीन में मालूम चला कि वह असली इंस्पेक्टर है और कुछ दिनों से काफी डिस्टर्ब हैं। यदि उनसे किसी को दिक्कत है तो थाने आकर शिकायत करे। विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस