प्रयागराज (ब्यूरो)। फाफामऊ कांड में जो दो नए नाम सामने आए हैं उसमें से एक का नाम रजनीश और दूसरे का नाम शशि बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों को दिल्ली से उठाया गया है लेकिन पुलिस ने अभी इस पर कुछ साफ तौर पर बोल नहीं रही है। भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि शशि ही वह सख्श है जो दलित युवती के पीछे पड़ा हुआ था। वह लगातार प्रेशर बना रहा था कि युवती उसके साथ शादी कर ले। सूत्र बताते हैं कि उसे युवती के मोबाइल की ट्रैकिंग के दौरान चिन्हित किया गया था। इसके बाद पुलिस टीम उसकी तलाश में लग गयीं। फाइनली उसे उठा लिया गया है। फिलहाल दोनों से गोपनीय तौर पर पूछताछ चल रही है।

टांगी नहीं लोड की रात से किया हमला
इस हत्याकांड का खुलासा पिछले सप्ताह हुआ था। गोहरी एरिया में एक ही परिवार के चार सदस्यों को मौत के घाट उतार दिये जाने का मामला सामने आया था। मरने वालों में एक दलित छात्रा, उसका दिव्यांग भाई और माता पिता थे। पुलिस को घटना का पता चारों की मौत के करीब तीन दिन बाद चला था। इस मामले में मृतक के रिश्तेदारों की तरफ से नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। रिपोर्ट के अनुसार हत्या का कारण आबादी की जमीन को लेकर चल रहा था विवाद था। इसमें कुल 11 लोगों को नामजद किया गया था। इन सभी को उठाकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है लेकिन ऐसा कुछ भी हाथ नहीं लगा जिससे इनके द्वारा सामूहिक बलात्कार और हत्या की बात को प्रूव किया जा सके। इसके चलते पुलिस ने दूसरे एंगल पर भी नजरें दौड़ा शुरू कर दिया।

पीएम ने आने की चर्चा पर आनन फानन में खोल दिया केस
25 नवंबर को यह बलात्कार और हत्याकांड सामने आया था। इसके दो दिन बाद ही पीएम और सीएम का प्रोग्राम 5 दिसंबर को प्रयागराज में लगने की चर्चा हो गयी। इसके बाद हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने 29 नवंबर को करने का दावा किया। पुलिस लाइंस में मीडिया को बुलाकर थरवई एरिया के कोरसंड के रहने वाले पवन कुमार सरोज को मीडिया के सामने पेश किया गया। एडीजी प्रेम प्रकाश ने इस प्रेस कांफ्रेंस को लीड किया था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि पवन छात्रा को मैसेज करता था। उसने आई लव यू लिखकर भी भेजा था। इसके जवाब में यूवती ने आई हेट यू लिखकर रिवर्ट किया। इसी से गुस्सा पवन ने इस हत्याकांड की साजिश रची। पुलिस ने खुलासा तो कर दिया लेकिन यह साबित नहीं कर पायी कि एक अकेले ने कैसे इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। उसके साथियों का नाम भी नहीं बता पायी। पवन को पुलिस ने चालान करके जेल भेज दिया।

पवन को पुलिस ने किया जेल में दाखिल
मीडिया की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस के बाद सवाल उठाये जाने पर पुलिस ने कोर्ट में पवन को कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मांगी। कोर्ट की तरफ से एलाऊ कर दिये जाने के बाद बुधवार की सुबह पुलिस ने उसे नैनी जेल से कस्टडी में लिया। 24 घंटे तक पूछताछ चलती रही और नतीजा शून्य रहा। पवन ने सिर्फ मैसेज भेजना स्वीकार किया। उधर, पवन के घर वाले बुधवार को फाफामऊ थाने पहुंच गये और प्रदर्शन किया। इससे पुलिस के कान खड़े हो गये और उसने अपनी जांच के दायरे और और फैला दिया।

रिश्तेदार हैं दोनो नये चेहरे
पुलिस ने फाफामऊ कांड में जिन दो नए लोगों को उठाया है, बताया जा रहा है कि दोनों मौसेरे भाई हैं। एक फाफामऊ में ही रहता है और दूसरा सोरांव एरिया में। इनसे पूछताछ हुई तो पता चला कि फाफामऊ एरिया में स्थित कोचिंग में पढ़ाई के दौरान दोनों सम्पर्क में आये थे। रिश्ते बढ़ते चले गये तो बात शादी की होनी लगी। छात्रा इस रिश्ते को लेकर सीरियस थी जबकि युवक अभी शादी के मूड में नहीं था। इसी से बात बिगड़ गयी। छात्रा ने पुलिस से शिकायत करने की चेतावनी दे दी थी। सूत्र बताते हैं कि युवक इसके बाद दिल्ली चला गया। 21 नवंबर को वह दिल्ली से लौटा तो युवती से बात की। मिलना भी तय हो गया तो वह मौसेरे भाई को लेकर युवती के घर पहुंचा। यहां मामला बिगड़ गया और दोनों ने मिलकर राड और कुल्हाड़ी से मारकर चारों को मौत के घाट उतार दिया।