प्रयागराज (ब्यूराे)। दरअसल फाफामऊ ब्रिज से होकर ही शहर से प्रतापगढ़, रायबरेली, लखनऊ आदि का आवागमन होता है। गंगा नदी पर टू लेन के इस पुल का निर्माण 1988 में हुआ था। पुल पर रोजाना हैवी ट्रैफिक गुजरता है। इधर से लाखों लोगों का आवागमन होता है। इसलिए पुल का एक्सटेंशन ज्वाइंट (दो स्लैैब के जोड़) क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल की बियङ्क्षरग भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। उसे पिछले दिनों बदल दिया गया है। इसके ज्वाइंट एक्सटेंशन की मरम्मत जल्द से जल्द करने की जरूरत है। उसके लिए एक महीने तक ब्रिज से ट्रैफिक बंद करना पड़ेगा। सितंबर में ट्रैफिक बंद करके मरम्मत का काम होना था लेकिन तब कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं बनाया गया था। इसलिए लोगों का विरोध होने लगा तो उसे टाल दिया गया था। अब पुल के पास दो पांटून पुल बनाने की तैयारी है। पांटून पुल के लिए लोक निर्माण विभाग के मेला डिवीजन ने टेंडर जारी कर दिया है।
50 लाख रुपये की लागत से दो पांटून पुल बनाया जाएगा। 18 अक्टूबर तक आनलाइन टेंडर भरा जा सकता है। उसके बाद इसे खोला जाएगा। टेंडर खुलने के बाद सवा महीने में इसका निर्माण पूरा करना होगा। यह पुल नवंबर में तैयार कर लिया जाएगा तो दिसंबर में फाफामऊ ब्रिज पर आवागमन बंद करके मरम्मत का काम किया जाएगा। एक बार मरम्मत हो जाएगी तो वह अगले 20 साल के लिए दुरुस्त हो जाएगा।
राम स्वरूप
अधिशासी अभियंता