प्रयागराज ब्यूरो । अगल साल होने वाले महाकुंभ में अखाड़ों को दी जाने सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। गुरुवार को गांधी सभागार में अधिकारियों ने अखाड़ा प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ का समय बीत जाने के बाद मेला एरिया में जमीन की स्थिति देखी जाएगी। इसके बाद शासन से बात विचार कर मेले में अखाड़ों को दी जाने वाली जमीनों को बढ़ाने पर फैसला लिया जाएगा। इसके पहले बैठक में शामिल साधु संतों ने अधिकारियों के सामने महाकुंभ में बीस फीसदी अतिरिक्त जमीन दिए जाने की मांग की थी। साथ ही उनको मिलने वाली सुविधाओं में भी इजाफा किए जाने का आश्वासन दिया गया है।


इन सुविधाओं को भी हरी झंडी
- अखाड़ों से लगातार संवाद कायम रखने के लिए एडीएम अखाड़ा व एएसपी अखाड़ा का नया पद भी बनाया जाएगा।
- अखाड़ा थाना के साथ बिजली उपकेंद्र अलग होगा।
- बिजली, जल निगम, लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन भी अखाड़ों के लिए अलग नियुक्त होंगे।
- अखाड़े अपने संतों को परिचय पत्र देंगे। पुलिस उनके वाहनों के लिए विशेष पास जारी करेगी।
- बैठक में अधिकारियों के अलावा अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी व अखाड़ा प्रतिनिधि मौजूद रहे
- गुरुवार को अधिकारियों और अखाड़ों के बीच दूसरी बैठक हुई, हर माह बैठक कराने पर भी बनी सहमति।
अखाड़ों ने दिया सटीक तर्क
बैठक के दौरान संतों ने कहा कि प्रयागराज में 2001 में हुए महाकुंभ में अखाड़ों की सुविधा बढ़ाई गई थी। इसके बाद रकबा नहीं बढ़ा। तब से अब तक कई तरह के अखाड़ों में परिवर्तन हुए हैं। अखाड़ों में महामंडलेश्वर, महंत, श्रीमहंत व संतों की संख्या काफी बढ़ी है। इसलिए जमीन की अधिक आवश्यकता है जिसे बीस फीसदी तक बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही संतों ने कहा कि संख्या बढ़ जाने से टेंट आदि की सुविधाओं में भी इजाफा किया जाए। श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत यमुना पुरी ने समस्त अखाड़ों को 20-20 प्रतिशत अतिरिक्त भूमि देने की मांग उठाई।
किसने उठाई कौन सी मांग
- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व श्रीनिरंजनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने गंगा में अविरल-निर्मल जल छोडऩे की मांग की।
- निर्मल अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत देवेंद्र ङ्क्षसह शास्त्री ने अखाड़ों के नगर प्रवेश, पेशवाई मार्गों को जल्द दुरुस्त कराने की बात कही।
- अखाड़ा परिषद (महानिर्वाणी गुट) के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास ने समस्त संतों को निश्शुल्क टेंट व राउटी देने की मांग उठाई।
- जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक व अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कुंभ क्षेत्र को पालीथिन मुक्त बनाने व उसके आस-पास पांच किलोमीटर में मांस, मछली, शराब की बिक्री प्रतिबंधित करने पर जोर दिया।

फेक बाबाओं के खिलाफ एकजुट संत समाज
बैठक में फर्जी, ढोंगी और पाखंडियों के महाकुंभ में प्रवेश नही दिए जाने की मांग भी की गई। संतों ने इसके लिए हाथरस की घटना का उदाहरण दिया। उनका कहना था कि ऐसे पाखंडी बाबाओं के कुंभ मेला में आने से न केवल सनातन धर्म को नुकसान होगा, बल्कि महाकुंभ मेला की सुरक्षा में भी सेंध लगेगी। खुद अखाड़े ऐसे ढोंगियों को चिंहित करेंगे और लेकिन उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शासन और प्रशासन भी कर सकता है। बैठक में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, एडीजी भानु भास्कर, कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, आइजी रेंज प्रेम गौतम, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी, प्रभारी डीएम गौरव कुमार, नगर आयुक्त चंद्रमोहन गर्ग, एडीएम दयानंद प्रसाद व विवेक चतुर्वेदी, एसडीएम विवेक शुक्ला आदि मौजूद रहे।


प्लास्टिक फ्री बनेगा महाकुंभ
बैठक में साधु संतों ने महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री बनाने में अपने योगदान को लेकर सहमति जताई। उनका कहना था कि उनके टेंट में व भंडारों प्लास्टिक या थर्माकोल का यूज नही किया जाएगा1 इसकी जगह पर मिट्टी के बर्तन और दोना पत्तल को तवज्जो दी जाएगी। साथ ही संतों ने श्रद्धालुओं की परेशान को देखते हुए पार्किंग स्थल मेला के पास ही बनाने की सलाह दी। मेला क्षेत्र में जलभराव रोकने रोकने का प्रबंध करने की मांग की। उन्होंने महाकुंभ को ग्रीन और स्च्च्छ रखने का भी संकल्प लिया।

-महाकुंभ के शाही स्नान पर्व

मकर संक्रांति - 15 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या -29 जनवरी 2025
वसंत पंचमी - 03 फरवरी 2025
महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व
पौष पूर्णिमा - 13 जनवरी 2025
अचला सप्तमी - 04 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा - 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि - 26 फरवरी 2025