प्रयागराज (ब्यूरो)। एडीजी ने कहा कि महिलाएं घर पर हों या बाहर, कहीं भी खुद को असुरक्षित न समझें। जब भी कहीं कोई परेशान करे वह 1090 पर कॉल करके पुलिस से मदद ले सकती हैं। कॉल के कुछ ही छड़ में मदद के लिए पुलिस हाजिर मिलेगी। यह सुविधा 24 घंटे मुहैया कराई जाती है। आईजी ने कहा कि इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वाली महिलाओं के नाम गोपनीय रखे जाते हैं। पीडि़ता को कभी पुलिस थाने पर नहीं बुलाएगी। कॉल पर बताई गई समस्या के समाधान होने तक शिकायत करने वाली महिला के संपर्क में पुलिस रहती है। महिलाओं द्वारा की जाने वाली कॉल को महिला पुलिस कर्मचारी ही रिसीव करेगी। मदद के लिए पहुंचने वाली पुलिस में महिलाओं जवान अधिक रहेंगी। डीआईजी/एसएसपी ने बताया कि महिलाएं इस सुविधा का लाभ कब और कैसे ले सकती हैं। बताया कि जब कहीं पर कोई छेड़खानी या उत्पीडऩ करे। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट से कोई परेशान या कोई पीछा कर रहा तब महिलाएं 1090 पर कॉल करके पुलिस की फौरन मदद ले सकती हैं।
कैसे बनेगा हेल्पिंग हैंड
यहां समझा बुझाकर समस्या का समाधान खोजे जाने का भी प्रयास किया जाएगा
इसके लिए यूनिसेफ के प्रशिक्षित काउंसलर द्वारा काउंसलिंग कराई जाएगी।
कॉल टेकिंग जैसी शिकायतें भी महिलाएं इस फोरम पर वह खुलकर कर सकती हैं।
वीमेन पॉवर लाइन 1090 की जागरूकता वैन को हरी झण्डी दिखाते हुए एडीजी ने कहा कि यह जोन के सभी जिलों में पहुंचेगी