प्रयागराज (ब्यूरो)। आबरू के लुटेरों व राह चलती महिलाओं से छेड़खानी और छिनैती करने वालों के हौसले पस्त हो रहे हैं। महिलाओं से जुड़े अपराध की घटनाओं के ग्राम में रफ्ता-रफ्ता गिरावट आने लगी है। यह बात हम नहीं, बल्कि पुलिस विभाग के आंकड़े बयां कर रहे हैं। पिछले दो वर्षों का रेकार्ड महिला अपराध में सुधार की तरफ इशारा कर रहे हैं। इसके पीछे जिले में पुलिस कमिश्नरेट के लागू होने व जगह-जगह लगाई गई तीसरी आंख को बड़ा कारण माना जा रहा है। पुलिस के जरिए चलाए जा रहे अभियान भी महिला अपराध आई कमी के पीछे की एक वजह बताई जाती है। वूमेन से रिलेटेड क्राइम को और कम करने के लिए अब पुलिस दिमाग खपाना शुरू कर दी है। जल्द ही सिविल ड्रेस में सड़कों पर पुलिस के महिला व पुरुष जवानों को सक्रिय करने का प्लान तैयार हो रहा है। जल्द ही इस पर अमल किया जाएगा। इस टीम को कुछ खास तरह के टिप्स और प्रशिक्षण शीर्ष अफसरों द्वारा दिए जाएंगे।
कैमरों का बड़ा रोल
पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद शहर में क्राइम का ग्राफ तेजी से डाउन हुआ है। यह बात विभागीय क्राइम रेकार्ड के पन्नों को पलटने के बाद प्राप्त होने वाले आंकड़े बताते हैं। आंकड़ें महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर किसी को सुकून देने वाले हैं। क्योंकि महिलाओं के साथ छेड़खानी का प्रकरण हो या फिर रेप, अपहरण, प्रताडऩा, छिनैती से लेकर दहेज हत्या तक के मामलों में गिरावट आई है। यह ऐसे अपराध और अपराधी थे जिनकी वजह से महिलाएं खुद की सुरक्षा को लेकर आशंकित रहा करती थीं। मगर वक्त बदला और जिले में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई। यह व्यवस्था लागू होने के बाद वर्ष 2022 की अपेक्षा 2023 में महिलाओं से जुड़े अपराध का आंकड़ा डाउन होने लगा है। महिलाओं की सुरक्षा व छिनैती जैसी घटनाओं में और कमी लाने के लिए अब पुलिस मास्टर प्लान तैयार कर रही है। सूत्रों की मानें तो बहुत जल्द पब्लिक प्लेस व मार्केट में महिला व पुरुष पुलिस के जवान सिविल ड्रेस में भ्रमण करेंगे। ऐसे स्थानों पर इनके जरिए अराजकतत्वों व महिलाओं के साथ छिनैती और छेड़खानी जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों पर नजर रखी जाएगी। इसके बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक और मजबूत लेयर तैयार हो जाएगी। साथ ही महिलाओं से जुड़े होने वाले कई तरह के अपराध का ग्राम और भी डाउन होगा।
जागरूकता अभियान तेज करेगी पुलिस
सेल्फ सिक्योरिटी को लेकर पुलिस के जरिए स्कूलों व कॉलेजों में छात्राओं को जागरूक करने का काम और भी तेज किया गया। इसमें महिला पुलिस अफसर और कांस्टेबल लगाए जाएंगे। अफसरों का मानना है कि बालिकाएं व युवतियों को अपनी सुरक्षा को लेकर जागरूक करने से वह खुद भी अवेयर होंगी। जरूरत पडऩे पर बेहिचक वे पुलिस की मदद से फौरन अराजकतत्वों व उन्हें परेशान करने वालों को पकड़वाने में मदद भी करेंगी।
पिछले दो वर्षों के आंकड़ों पर एक नजर
केस 2022 2023
छेड़खानी 375 304
रेप 106 89
महिला अपहरण 340 325
महिला प्रताडऩा 947 731
महिला से छिनैती 27 11
दहेज हत्या 48 46
महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस के द्वारा कई तरह के काम किए जा रहे हैं। सभी थानों व चौकियों के जवानों को मूवमेंट बढ़ाने व शिकायत पर सख्त एक्शन के निर्देश हैं। महिला अपराध में कमी आने के पीछे मजबूत प्लानिंग और चलाए जा रहे अभियान एवं लगाए गए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों का बड़ा रोल है। महिला सुरक्षा को लेकर और भी प्लान बनाए जा रहे हैं, जिस पर जल्द ही अमल कराया जाएगा।
रमित शर्मा पुलिस कमिश्नर प्रयागराज