आशिक के साथ मिलकर पत्नी ने करायी थी पति की हत्या, सेप्टिक टैंक में डाल दिया था धड़, पुलिस ने किया बरामद
बीवी व आशिक समेत चार लोगों को किया गिरफ्तार, वारदात से इलाके में सनसनी
PRAYAGRAJ: वेलेनटाइन-डे पर बेवफा पत्नी का जो चेहरा सामने आया, उसे सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। तीन महीने पूर्व लापता हुए मो। असलम उर्फ पप्पू (40) की हत्या आशिक व उसके दोस्तों संग मिलकर पत्नी ने ही कर दिया था। गायब असलम के धड़ को उसी के घर में बने सेफ्टी टैंक से रविवार को पुलिस ने बरामद किया। यह बात लोगों को मालूम चली तो सभी सन्नाटे में आ गए। असलम की पत्नी खुशबू का खूनी चेहरा बेनकाब हुआ तो पूरे परिवार में मातम छा गया। पति का कत्ल करने वाली खुशबू से पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो उसके आशिक सहित अन्य के नाम सामने आए। इसके बाद पुलिस ने खुशबू व उसके आशिक शमशाद और शाहिल सहित शनि को गिरफ्तार कर लिया। आशिक शमशाद और शाहिल सहित शनि से पुलिस को मालूम चला कि असलम का सिर व हाथ, पैर काटकर शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र स्थित दो कुएं में फेंका गया है। देर शाम पुलिस असलम के शरीर के अन्य हिस्सों की तलाश में जुटी रही। चौंकाने वाली यह वारदात गंगापार की है।
कत्ल की फिर लिखाई गुमशुदगी
सरायइनायत एरिया स्थित कुंआडीह गांव निवासी असलम पुत्र स्व। शहजाद अली सऊदी अरब में नौकरी करता था। पिछले साल सितंबर में वह घर लौटा था। उसकी बीवी खुशबू द्वारा 12 दिसंबर 2020 को सरायइनायत में पति असलम के गायब होने की गुमशुदगी दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस असलम की तलाश में थी। लाख कोशिश के बावजूद उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। वह पति के न मिलने पर तलाश के लिए नाटकीय ढंग से पुलिस पर दबाव बनाती रही। बताते हैं कि इसी बीच असलम के भाइयों को खुशबू पर शक हुआ और उन लोगों ने पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस की नजर खुशबू की गतिविधियों पर नजर गड़ गई। कड़ाई से पूछताछ में जब खुशबू की जुबान खुली तो सारा केस खुलकर सामने आ गया। हत्या की वजह पुलिस प्रापर्टी की लालच और प्रेम प्रसंग मान रही है।
पत्नी के सामने पति के टुकड़े
पुलिस की मानें तो असलम के सिर पर बीवी आशिक शमशाद और शाहिल के साथ मिलकर सिर पर घर में ही डंडे से हमला की थी। इसके बाद तकिया से उसके मुंह व नाक को दबा कर गला घोटा गया। जब उसकी सांसें थम गई तो असलम की बॉडी को घर के पीछे बने गटर में शव को फेंक दिए, कुछ देर बाद गटर से बॉडी को निकाल कर चापड़ से सिर, हाथ और पैर को काटकर टुकड़ों में बांट दिए। काटने के बाद धड़ को गटर में छोड़ दिए जबकि सिर व बाकी हिस्से को एमएनएनआईटी के सामने और स्वराज नगर शिवकुटी स्थित कुएं में फेंक दिया। शातिर खुशबू इतने के बावजूद पति की तलाश के लिए पुलिस पर दबाव बनाती रही।
इस तरह पुलिस को हुआ शक
- खुशबू दबाव बनाती रही और पुलिस अपने हिसाब से तफ्तीश करती रही। सरायइनायत इंस्पेक्टर संजय द्विवेदी को इस बीच मालूम चला कि असलम सऊदी अरब से आने के बाद गांव में तकरीबन 16 लाख की जमीन बेचा है।
- सारा पैसा वह झूंसी स्थित यूनियन बैंक के एकाउंट में रखा है। पुलिस उसके अकाउंट की जांच में झूंसी बैंक जा पहुंची। बैंक में मालूम चला कि असलम के खाते से चेक के जरिए रुपये निकाले जा रहे हैं।
- चेक पर उसके हस्ताक्षर भी हैं। एक बार में 30 हजार रुपये निकाले थे। यहीं से पुलिस को कातिलों तक का रास्ता मिल गया। बैंक प्रबंधक से मिलकर पुलिस की केस की छानबीन शुरू की।
- शनिवार को चेक के जरिए 50 हजार रुपये निकालने के लिए तीन युवक बैंक पहुंचे। शाखा प्रबंधक द्वारा इस बात की खबर पुलिस को दे दी।
- यह सुनते ही इंस्पेक्टर चौकी इंचार्ज दीना यादव, दारोगा आशुतोष पांडेय व अन्य के साथ बैंक जा पहुंचे और तीनों को दबोच लिए।
- पकड़े जाने के बाद तीनों ने कबूला कि यह चेक उन्हें खुशबू ने दिया है। तब तक खुशबू को यह पता नहीं था कि तीनों पकड़े जा चुके हैं।
चार मासूम का क्या होगा
खुशबू ने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या की। खुद जेल की सलाखों में जा पहुंची। अब उन चार मासूमों के भविष्य का क्या होगा जिनका इन सारी स्थितियों में कोई रोल है ही नहीं। असलम का सबसे छोटा बेटा दो साल का है। वह अपनी मां के साथ ही रहता था। जबकि तीन बच्चों को खुशबू करीब तीन महीने पहले ही मायके छोड़ आई थी। पुलिस का मानना है कि बच्चों को मायके छोड़ना। पति की हत्या के लिए उसका एक प्लान के तहत किया गया काम था। असलम पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर था।
प्रापर्टी के लालच और प्रेम प्रसंग के चलते बीवी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर कत्ल किया है। सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- धवल जायसवाल, एसपी गंगापार