प्रयागराज (ब्‍यूरो)। राशिद घूरपुर इलाके के जसरा गांव निवासी विलायत अली का बेटा था। वह चेन्नई में रहकर प्राइवेट काम किया करता था। पुलिस के मुताबिक राशिद अखिलेश उर्फ अभिषेक पुत्र मोलई पाल की चचेरी बहन से इश्क करता था। यह बात उसे व उसके चचेरे भाई रामबाबू पाल पुत्र ननका पाल निवासी बेलामुण्डी थाना लालापुर को नागवार गुजरी। इसी गांव का विवेक पाल पुत्र अर्जुन पाल राशिद के साथ चेन्नई में काम करता था। इस लिए राशिद अक्सर उसके घर आया जाया करता था। इसी दौरान उसके सम्बंध अखिलेश की चचेरी से हुए थे। अखिलेश और रामबाबू ने उसे कई दफा समझाया था कि वह हरकत से बाज आ जाए। इस पर जब राशिद नहीं माना तो दोनों उसे धमकी भी दिए थे। फिर भी उसके सिर से इश्क का भूत नहीं उतरा। राशिद दोस्त विवेक के घर आता और प्रेमिका से मिलता रहा। इस पर अखिलेश और रामबाबू ने उसकी हत्या का प्लान बनाया। इस प्लान में दोनों उसके दोस्त विवेक को भी शामिल किए। इसके बाद विवेक ने 14 नवंबर की शाम राशिद को फोन किया। दोस्त विवेक के फोन पर राशिद उसके बेलामुण्डी जा पहुंचा। प्लान के तहत तीनों उसे लेकर घर से करीब 500 मीटर दूर गए। जहां पर लोहे की रॉड से हमला करके उसकी हत्या कर दिए। कत्ल के बाद पास स्थित मानपुर बहसरा गांव के बगल नहर में बॉडी फेक दिए। तीनों को लगा कि बॉडी की पहचान नहीं होगी और यह राज उन तीनों के बीच दफन रहेगा। दूसरे दिन 15 नवंबर को नहर में मिली बॉडी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर फोटो देखकर उसके घर वाले लालापुर थाने पहुंचे और राशिद के रूप में बॉडी की पहचान किए। पोस्टमार्टम में भी हत्या की बात साबित हुई। रिपोर्ट के आधार पर परिजनों की तहरीर के बाद केस दर्जकर पुलिस कातिलों की तलाश में जुटी। करीब छह दिन तक चली तलाश के बाद पुलिस द्वारा तीनों आरोपित हवेलिया तिराहे से रविवार को गिरफ्तार किए गए।

मृतक राशिद को उसके दोस्त विवेक ने फोन करके बुलाया था। उसके पहुंचने पर अखिलेश व रामबाबू ने उसकी हत्या कर दी और बॉडी नहर में फेक दी थी।
मनीष त्रिपाठी, थाना प्रभारी लालापुर