आईआईआईटी में शुरू हुआ ऑनलाइन समर ट्रेनिंग प्रोग्राम

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PRAYAGRAJ: करोड़ों ट्रांजिस्टर के साथ चिप का डिजाइन अब सपना नहीं है। वेरी-लार्ज-स्केल इंटीग्रेशन (वीएलएसआई) तकनीक के आगमन के साथ अब चिप्स को डिजाइन करना संभव है। वीएलएसआई डिजाइन इंजीनियर की मांग पिछले कुछ वर्षो में काफी बढ़ी है क्योंकि चिप डिजाइन के कार्यान्वयन का काम अब भारत में शुरू हो गया है। ये विचार आईआईआईटी में शुरू हुए वन मंथ वीएलएसआई डिजाइन (एसटीपीवीडी -2010) पर ऑनलाइन समर ट्रेनिंग के दौरान एक्सप‌र्ट्स ने रखे। एनवीआईडीआईए बंगलुरु के सीनियर इंजीनियर आशुतोष सिंह ने शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने पर जोर दिया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में कम बिजली डिजाइन से संबंधित मुद्दों का उल्लेख किया और आईसी डिजाइन से संबंधित प्रमुख मुद्दों का उल्लेख किया।

भौतिक डिजाइन के चरणों पर की चर्चा

ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान समन्वयक डॉ मनीष गोस्वामी ने बताया कि ट्रिपल आई टी पिछले चार वर्षो से वीएलएसआई डिजाइन में रुचि रखने वाले प्रतिभागियों के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। उन्होंने संस्थान में उनके विभाग द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित अनुसंधान एवं परियोजना कार्यो का उल्लेख करते हुए वीएलएसआई में इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता के बारे चर्चा किया। डॉ गोस्वामी ने चिप के डिजाइन के लिए आवश्यक विभिन्न चरणों और बुनियादी पेन-पेंसिल भौतिक डिज़ाइन चरणों में अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि क्वालकॉम, ब्रॉडकॉम, एनएक्सपी, इंटेल, टेक्सास, ताल और कई और भारत से अपने डिजाइन केंद्रों का संचालन करने वाली सेमीकंडक्टर कंपनियों के साथ वीएलएसआई कुशल जनशक्ति की भारी मांग है। इसलिए इस तरह के कार्यक्रम की आवश्यकता कुशल वीएलएसआई डिजाइन इंजीनियरों की भारी मांग को दृष्टिगत रखते हुए हो रही है जो देश में आईसी उद्योग के भविष्य के लिए ताकत होगी।

कुशल श्रमिकों की है जरूरत

ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि भारत सरकार (जीओआई) भी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिज़ाइन और विनिर्माण पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है। इसी संदर्भ में उद्योग के लिए कुशल श्रमशक्ति की आवश्यकता है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डिजिटल और एनालॉग एकीकृत सíकट डिजाइन के साथ-साथ विभिन्न सिमुलेशन टूल का उपयोग करके डिजाइन के तरीकों को कवर करेगा। पाठ्यक्रम 5 जुलाई 2020 तक पूरे एक महीने के लिए सैद्धांतिक और ऑनलाइन प्रयोगशाला सत्रों को कवर करेगा। एचओडी डॉ रजत कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और संस्थान में वीएलएसआई डिजाइन की गतिविधियो और सुविधाओं के बारे में उल्लेख किया।