प्रयागराज (ब्यूरो)। पर्व पर घर जाने की इच्छा किसकी नहीं होती। कुछ हालात ऐसे होते हैं जो रास्ते रोक देते हैं। हमारी मास कम्यूनिकेशन की परीक्षा चल रही है। इस पढ़ाई को पूरा करने के बाद कहीं नौकरी मिल गई तो हर होली घर परिवार के साथ अच्छे से होगी। हमारे घर वालों को हम छात्रों से उम्मीदें हैं। खुद के कॅरियर संग उनके सपनों के लिए जूझना हमारा धर्म और कर्तव्य है। यही वह जिम्मेदारी है जिसके लिए हम इस बार होली पर घर नहीं जाएंगे।
छात्र राम सिंह परिहार, हालैण्ड हॉल

हम यहां हॉस्टल में रहकर रिसर्च कर रहे हैं। आगे गवर्नमेंट कॉलेजों में टीचर की परीक्षाएं होने वाली हैं। रिसर्च से जुड़े भी कुछ काम पेंडिंग हैं। इस सब की तैयारी के लिए इस बार होली पर घर नहीं जाएंगे। हमारी होली सब के साथ हॉस्टल में ही होगी। बहुत सारे छात्र हैं जो परीक्षाओं की वजह से घर नहीं जा पाएंगे। होली पर जो वक्त मिला है उसे हम बर्बाद नहीं करना चाहते।
छात्र विजय प्रताप सिंह, हालैण्ड हॉल

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हम एमए कर रहे हैं। होली के ठीक बाद हमें असाइनमेंट जमा करना है। इसके लिए असाइनमेंट तैयार भी करने हैं। इसलिए होली पर घर न जाकर हॉस्टल में असाइनमेंट तैयार करेंगे। ताकि समय से जमा कर सकें। घर वालों को यह बात बता दिए हैं। वह भी हमारी इस समस्या को समझते हैं। अब पर्व है तो घर वालों की याद तो आएगी ही। यह कोई कहने की बात नहीं है।
छात्र आकाश, हालैण्ड हॉल

होली के ठीक बाद असाइनमेंट जमा करना है। इसलिए अबकि होली पर घर जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिए हैं। घर से कॉल आई थी, उन्हें यह बात बता चुके हैं। असाइनमेंट तैयार करके जमा करने के बाद घर जाएंगे। हमारी पढ़ाई के लिए के खर्च के लिए घर वाले भी तो मेहनत करते हैं। होली पर सब से घर पर बात जरूर करेंगे। बाकी यहां सीनियर्स हैं, कोई दिक्कत नहीं होगी वह सब हमें लोगों का बहुत केयर करते हैं।
छात्र अमन श्रीवास्तव, हालैण्ड हॉल

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हम पीएचडी कर रहे हैं। शोध कार्यों की वजह से इतना वक्त नहीं है कि होली पर हम घर जाकर दो तीन दिन तक रहें। घर बहुत दूर नहीं प्रतापगढ़ में ही है। सोध की प्रोजेक्ट कम्प्लीट करनी है। इस लिए होली पर इस बार घर नहीं जाना होगा। होली पर हॉस्टल में ही रहकर प्रोजेक्ट तैयार करेंगे। प्रोजेक्ट तैयार हो जाने के बाद ही घर जाएंगे। यह होली बाद ही संभव है।
छात्र सनी सिंह, एएन झा हॉस्टल

हम पॉलिटिकल साइंस से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ शोध भी कर रहे हैं। कॉलेज में टीचर्स की परीक्षाएं सन्निकट हैं। ऐसे एक-एक दिन हमारे लिए मायने रखते हैं। यही वजह है है कि हम भी घर नहीं जाकर होली पर हॉस्टल में ही रहेंगे। शोध से जुड़े कुछ प्रोजेक्ट हैं जिन्हें भी तैयार करना है। अभी पंद्रह बीस दिन ही घर गए थे। होली बाद देखेंगे यदि वक्त मिला तो जाएंगे।
सुजीत कुमार यादव, एएन झा हॉस्टल