कोटक महिला बैंक में पिछले वर्ष नौ करोड़ 46 लाख 27 हजार 500 रुपये का हुआ था गबन
एसडीओ समेत छह आरोपित पिछले वर्ष हो चुके हैं गिरफ्तार, महिला द्वारा कबूले गए गबन से जुड़े कई राज
PRAYAGRAJ: कोटक म¨हद्रा बैंक में साल भर पूर्व हुए नौ करोड़ 46 लाख रुपये से अधिक के गबन केस में शुक्रवार को नया मोड़ सामने आया। मामले में पूर्व एसडीओ (सेवा प्रदाता अधिकारी) की बीवी मानसी पांडेय को भी सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में महिला ने कबूल किया कि पति के जरिए किए गए गबन की पूरी जानकारी उसे थी। गबन की रकम से उसने फ्लैट और आभूषण खरीदने की बात भी सच बताई। उसके द्वारा पुलिस को कई ऐसे क्लू मिले हैं जिसमें कुछ और लोगों के चेहरे बेनकाब होने की उम्मीद है।
पिछले वर्ष अप्रैल में दर्ज हुई थी रिपोर्ट
सिविल लाइंस स्थिति कोटक म¨हद्रा बैंक में अंशुमान दुबे सेवा प्रदाता अधिकारी के पद पर तैनात थे। घटना के समय करेंसी चेस्ट कोटक महिंद्रा बैंक में नहीं था। इसलिए बैंक के रुपये बैंक आफ बड़ौदा की खुल्दाबाद शाखा में रखे जाते थे। चेस्ट में रुपये जमा कराने की जिम्मदारी अंशुमान दुबे पर थी। बैंक से रुपये खुल्दाबाद चेस्ट में जमा करने के लिए जाते समय कुछ बाद उनकी नीयत डोल गई। पुलिस के मुताबिक 05 अप्रैल 2020 को बैंक के ब्रांच मैनेजर अमित मालवीय द्वारा सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई। उनके द्वारा दी गई तहरीर में अंशुमान दुबे पर नौ करोड़ 46 लाख 27 हजार 500 रुपये के गबन के आरोप लगाए गए थे। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करके सिविल लाइंस पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
ब्याज पर चलाता था गबन के रुपये
आरोप थे कि अंशुमान बैंक में पूरी रकम जमा करने के बजाय पर्सनल कार्यो में लगाया करता था। बैंक के इस रुपये को वह रुपये ब्याज पर भी चलाया करता था। तफ्तीश में पुलिस को मालूम चला कि उसके जरिए करीब डेढ़ वर्ष में गबन किए गए रुपयों की हेराफेरी की गई। कदम-दर-कदम पुलिस की जांच बढ़ती गई और गुमनाम चेहरे सामने आते गए। मामले की इस जांच में कुल 12 नाम पुलिस के हाथ लगे। इस लिस्ट में शामिल अंशुमान दुबे, उसके मकान मालिक कमलराज सचदेवा, बैंक मैनेजर मातांबर पांडेय, ¨पकू तिवारी, प्रवीण कुमार दुबे, अजय शर्मा को पुलिस ने तीन जुलाई 2010 को ही गिरफ्तार कर लिया था।
कार फ्लैट और खरीदी ज्वैलरी
गिरफ्तार किए गए आरोपितों के पास से पुलिस ने एक करोड़ दो लाख रुपये व करीब 70 लाख कीमत के जेवरात और लगभग 25 लाख की लग्जरी कार भी बरामद किया था।
पुलिस को अंशुमान दुबे की पत्नी मानसी पांडेय निवासी रंजीत कॉलोनी थाना कोतवाली जनपद बस्ती, हाल पता कादम्बरी हाईट्स अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 104 देवरिया बाईपास तारामण्डल रोड रामगढ़ ताल जनपद गोरखपुर व सचदेवा का मकान चैतन्य मार्ग मीरापुर थाना अतरसुइया की तलाश थी।
शुक्रवार को इंस्पेक्टर सिविल लाइंस ने इलाके से मानसी को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक मानसी का पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी, एसबीआइ और कोटक म¨हद्रा बैंक में खाता है।
इन खातों की डिटेल निकाली गई तो कोटक म¨हद्रा बैंक में एक करोड़ 27 लाख 53 हजार जमा कराए गए थे। इसमें से एक करोड़ 25 लाख 17 हजार रुपये निकले गए।
इसी प्रकार छह जून 2019 से सात जनवरी 2020 तक एचडीएफसी बैंक में 46 लाख 13 हजार रुपये जमा किए गए, लेकिन इन रुपये को निकाल लिया गया था।
कोटक महिंद्रा बैंक में हुए करोड़ों रुपये के गबन में महिला का पूरा सहयोग रहा। पूरे मामले की उसे पूरी जानकारी थी। काफी रुपयों का लेनदेन उसके खाते से भी किया गया था।
रवीन्द्र प्रताप सिंह
इंस्पेक्टर सिविल लाइंस