प्रयागराज (ब्यूरो)।इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर मनीष कुमार यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने गुरूवार सस्पेंड कर दिया। उसके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दी गयी है। तय समय सीमा के भीतर छात्र को जवाब देने को कहा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रूल्स पर कड़ाई से अमल

यूनिवर्सिटी के चीफ प्राक्टर राकेश सिंह का कहना है पूर्व में हुई शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता और लूट की घटना को नोटिस लेते हुए वीसी की परमिशन से कुछ रूल्स का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का फैसला लिया गया है। इसमें पहला यह है कि किसी भी छात्र को बगैर आईडी कार्ड दिखाये कैंपस में इंट्री की अनुमति नहीं होगी। दूसरा कैंपस में किसी भी प्रकार का कोई भी धरना प्रदर्शन करने के लिए पूर्व अनुमति ली जानी जरूरी है। बता दें कि छात्रों ने बुधवार कैंपस में अनुमति के बगैर धरना दिया। इसमें शामिल होने के लिए पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को आमंत्रित किया गया था। हालांकि कैंपस में बुधवार को कुछ बड़ा नहीं हुआ लेकिन तनाव की स्थिति बनी रही। इसी को परिसर का माहौल बिगाडऩे का प्रयास बताया गया है। छात्र को जारी नोटिस में कहा गया है कि वर्तमान में विश्वविद्यालय का नवीन सत्र प्रारंभ हो चुका है। कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। ऐसी स्थिति में छात्र के द्वारा विश्वविद्यालय के प्रमुख मार्गो को बाधित कर, विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी करना, छात्रों को यूनिवर्सिटी के विरूद्ध उकसाने का प्रयास माना गया है। छात्र को जारी की गयी नोटिस के अनुसार यह कृत्य अनुशासन संहिता का घोर उल्लंघन एवं अपराध की श्रेणी मे आता है। शिक्षकों के बार बार समझाने पर न मानने पर निलंबन की कार्रवाई की गयी है। छात्र को 27 जुलाई को अभिभावक के साथ चीफ प्राक्टर कार्यालय में दोपहर 2 से 3 बजे के बीच उपस्थिति होकर लिखित में बताना होगा कि उसने यह कृत्य क्यों किया? यूनिविर्सिटी क्यों न उसे निलंबित कर दे।

कैंपस में बिना आईकार्ड के किसी का भी प्रवेश प्रतिबंधित है। कैंपस में धरना प्रदर्शन पर रोक है। अनुमति लेने के बाद ही धरना दिया जा सकता है। छात्र ने बगैर अनुमति धरना देकर कैंपस का माहौल खराब करने का प्रयास किया था। इसीलिए यह कार्रवाई की गयी है।

राकेश सिंह, चीफ प्रॉक्टर, एयू