प्रयागराज ब्यूरो । फूलपुर उपचुनाव के चलते मुंडेरा मंडी के भीतर व्यापार बंद करा दिये जाने का खामियाजा व्यापारियों के साथ स्थानीय लोग भी भुगत रहे हैं। मंडी के भीतर इंट्री न मिलने से थोक से लेकर खुदरा व्यापारी तक दुकान लेकर सड़क पर आ गये हैं। दुकानदारों के साथ खरीदारों के सड़क पर होने के चलते क्षेत्र में सुबह से भी भयंकर जाम की स्थिति रही। लोग झेल गये। ट्रैफिक मैनेज करने के लिए कोई व्यवस्था न किये जाने को लेकर मुंडेरा व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी खासे नाराज दिखे।
कोई व्यवस्था नहीं दी
कोई भी चुनाव हो, मुंडेरा मंडी का इस्तेमाल होता ही है। मंडी प्रिमाइस में ही बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम को रखा जाता है। उपचुनाव सिर्फ एक सीट पर था तो प्रशासन ने इसी मंडी से पोलिंग पार्टियों की रवानगी और ईवीएम जमा भी यहीं कराने का फैसला लिया। इसके चलते 18 नवंबर से ही मंडी के अंदर व्यापार ठप हो गया है। थोक व्यापारियों को भी अपना माल बाहर ही उतरवाना पड़ रहा है। बुधवार को ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बाद मंडी प्रिमाइस में किसी भी बाहरी वाहन के इंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन की तरफ से चुनाव के हित में तो फैसला लिया गया लेकिन मंडी के आढ़तियों के बारे में नहीं सोचा गया। नतीजा आढ़ती एवं किसान सड़क पर माल बेचने को मजबूर हैं। मंडी खाली कराने से पहले किसी प्रकार की कोई प्रशासन की तरफ से व्यवस्था नहीं की गई ना ही पर्याप्त ट्रैफिक पुलिस बल लगाया गया, ना ही शौचालय लगाए गए, ना पीने के पानी की व्यवस्था की गई। यहां सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है।
सिर्फ चालान के लिए पुलिस
शहर पश्चिम व्यापारी महासंघ के महामंत्री धनंजय सिंह ने कहा है कि ट्रैफिक विभाग का संचालन प्रयागराज में अयोग्य अधिकारियों के हाथ में है। वे एसी रूम से बाहर निकलना नहीं चाहते हैं। डोमिनेटिंग बिहेवियर के हैं। सिर्फ चालान करने में ही विश्वास रखते हैं। उन्होंने 19 नवंबर का एक रिफरेंस भी शेयर किया। यहां शाम को चलते हुए एक कार में आग लग गयी। इसके बाद भीषण जाम लग गया था। करीब छह घंटे तक इसका इंपैक्ट रहा। वह खुद भी जाम में फंसे थे। उनका कहना है कि वहां ट्रैफिक पुलिस का कोई भी आदमी मौजूद नहीं था। वाहनों पर सवार लोग ही ट्रैफिक खोलवाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। उनका कहना है कि आगे कुंभ मेला आयोजित होने वाला है। जब कुंभ मेला से पहले ट्रैफिक व्यवस्था लचर है, तो कुंभ मेला में इससे भी बुरा हाल होने की संभावना है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराते हुए यहां पर योग्य अधिकारियों को लगाने की जरूरत बतायी है। अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मांग किया है कि मुंडेरा मंडी परिसर में जहां पर ईवीएम रखी है उसको आइसोलेट कर दिया जाए तथा पूर्व की भांति संपूर्ण मंडी परिसर में मंडी को संचालित होने दिया जाए। मंडी को अंदर संचालित करने की मांग रखने वालों में अतुल केसरवानी, राजेश गुप्ता, कृष्णले केसरवानी, विजय जायसवाल, पप्पू केसरवानी, राकेश जैन आदि शामिल हैं।

प्रशासन ने मंडी तो खाली करा लिया लेकिन व्यापारियों के बारे में कुछ सोचा ही नहीं। ट्रैफिक पुलिस को पता है कि सुबह मंडी का समाान सड़क से बिकेगा तो कुछ कर्मचारियों को तैनात किया जाना चाहिए था। ऐसा कुछ नहीं किया गया है। इसका नतीजा पूरा इलाका झेल रहा है।
धनंजय सिंह
महामंत्री, शहर पश्चिम व्यापारी महासंघ

जिस हिस्से में ईवीएम को रखा गया है उसे आइसोलेट करके मंडी का बाकी हिस्सा खोल दिया जाना चाहिए ताकि व्यापारियों का काम भी चलता रहे। ऐसा पहले भी होता आया है।
अखिलेश सिंह
अध्यक्ष, शहर पश्चिम व्यापारी महासंघ