प्रयागराज ब्यूरो । शनिवार को पृथ्वी दिवस के मौके पर शहर में विविध आयोजन हुए। प्रशासन की तरफ से सेल्फी विद अमृत सरोवर प्रोग्राम का आयोजन किया गया तो संस्थाओं की तरफ से गंगा घाट पर सफाई अभियान चलाया गया। स्कूलों में बच्चों के बीच पेंटिंग और ड्राइंग काम्पिटीशन आयोजित किया गया। सबका मकसद एक था पृथ्वी बचाने के लिए हर संभव जतन करने के लिए सामूहिक प्रयास किया जाय।

संगम तट की हुई सफाई

नेहरू युवा केंद्र और नमामि गंगे के युवाओं की सहभागिता के अंतर्गत संगम तट पर जनजागरूकता व स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रोग्राम में नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी एषा सिंह, निर्मलकांत, रोहित, रूपशंकर, गगन, शिवम उपस्थित रहे। टीम ने गंगा के तट पर सफाई अभियान चलाया। जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि ब्रह्मांड में पृथ्वी गृह को छोड़कर अन्य किसी गृह पर जीवन नहीं है। घटती हरियाली, सूखता पानी, पिघलते ग्लेशियर, बढ़ता तापमान इत्यादि विषयों की वास्तविकता से हम अवगत होते हैं। हम सब की जिम्मेदारी है कुछ न कुछ ऐसा करें जिससे पृथ्वी के, उसके प्राकृतिक संसाधनों के, उसके जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए कुछ जागरूकता बढ़े। स्पीयर हेड लीडर रूप शंकर और रोहित ने संगम तट पर आए लोगों को जागरूक और प्रोत्साहित किया। सबका आह्वान किया कि पॉलिथीन का उपयोग न करें। कागज का इस्तेमाल कम करें और रिसाइकल प्रक्रिया को बढ़ावा दें। जितनी ज्यादा खराब सामग्री रिसाइकल होगी, उतना ही पृथ्वी का कचरा कम होगा।

पोस्टर, कविता और भाषण प्रतियोगिता

त्रिवेणीपुरम् डेवलपमेंट कमेटी के द्वारा पृथ्वी दिवस पर बच्चों के बीच पोस्टर, कविता एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कमेटी के अध्यक्ष प्रो। रमेश मिश्र ने दीप प्रज्जवलित कर प्रोग्राम का शुभारंभ किया। सचिव डॉ निर्मला तोमर ने पृथ्वी दिवस के इतिहास एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए स्पष्ट किया कि तेजी से बढ़ रही जनसंख्या, पर्यावरण प्रदूषण, वनों की अंधाधुंध कटाई एवं मिट्टी के अपक्षरण जैसे कारणों से हमारी धरती निरन्तर प्रदूषित हो रही है। इसका परिणाम मौसम में परिवर्तन एवं प्राकृतिक आपदाओं के रूप में सामने आ रहा है। पृथ्वी के संरक्षण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1970 से प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को हम पृथ्वी दिवस मनाते आ रहे हैं। इसका थीम है 'अपने ग्रह में निवेशÓ। पोस्टर प्रतियोगिता में कार्तिकेय पाण्डेय को प्रथम, कु। ऋतु सिंह को द्वितीय एवं आयुषी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया.सभी प्रतिभागियों को गमले में रोपित पौधे प्रदान किये गए। बच्चों ने लघु नाटक, कविता एवं भाषण के द्वारा धरती माता के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ जीएस तोमर, राजेन्द्र सिंह, सुजीत कुमार पाण्डेय, हरिमोहन केसरवानी, कुलदीप सिंह ने भी अपने विचार रखे। संचालन प्रियांशु मिश्रा एवं गरिमा यादव ने किया।