- प्रयागराज में बनेगा मंडलीय फूड लैब, लखनऊ हाइवे पर जमीन की गई चिह्नित

- जल्द मिल जाएगी फूड सैंपल्स की रिपोर्ट, अभी तक दूसरे शहरों में जाने के बाद कई महीनों बाद आती थी जांच रिपोर्ट

प्रयागराज- फूड सैंपल की जांच में होने वाली देरी अब नहीं होगी। दरअसल, प्रयागराज में मंडलीय फूड लैब बनने जा रही है। जिसमें मंडल के चारों जिलों के फूड सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। फिर इन्हें प्रदेश की दूसरी फूड लैब में नहीं रेफर किया जाएगा। जिससे जांच में होने वाली देरी पर लगाम लगेगी और रिपोर्ट जल्द आने से मिलाटवखोरों पर होने वाली कार्रवाई भी फटाफट होगी।

मिल गई जमीन, आने वाला है बजट

प्रदेश सरकार की मंशा है कि प्रदेश के सभी मंडलों के पास अपनी फूड लैब हो। इसी क्रम में प्रयागराज में लैब के लिए एक एकड़ जमीन की तलाश पूरी हो गई है। यह जमीन लखनऊ हाइवे पर मलाक चौधरी गांव में मिली है। अब सरकार द्वारा बजट जारी होने का इंतजार है। करोड़ों की लागत से बनने जा रही लैब में मंडल के चारों जिलों के फूड सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।

रिपोर्ट आने में लगते हैं महीने

अभी तक प्रतिष्ठानों से लिए जाने वाले सैंपल गोरखपुर की लैब में भेजे जाते हैं। जिससे इनकी रिपोर्ट आने में महीनों का समय लगता है और इससे मिलावटखोरों को सजा होने में देर होती है। लेकिन मंडलीय लैब खुलने से सभी जांच लोकल होगी और यह तय समय में रिपोर्ट भी देंगे। इसका लाभ मिलावटखोरों पर लगाम लगाने में मिलेगा।

रेफर होंगे विधिक नमूने

प्रावधान किया गया है कि जो नमूने जांच में फेल हो जाएंगे वह दोबारा जांच के लिए गोरखपुर लैब ही भेजे जाएंगे। जिससे उनकी रिपोर्ट के साथ खिलवाड़ न हो सके। विधिक नमूने वह होते हैं जो सर्विलांस नमूनों के फेल होने के बाद दोबारा भेजे जाते हैं और इनके फेल होने के बाद आरोपी पर मामला दर्ज किया जाता है। यही नियम प्रदेश की दूसरी मंडलीय लैबों पर भी लागू होगा।

यह भी है लैब खोलने का उददेश्य

बता दें कि लोकल फूड लैब खोलने का बड़ा उद्देश्य लोगों को मिलावट के प्रति जागरुक करना भी है। सरकार चाहती है कि खाद्य व्यापारी खुद अपने प्रोडक्ट की आगे आकर जांच कराएं और खानपान को सुरक्षित तरीके से उपलब्ध कराएं। इस लैब में जांच का मिनिमम एमाउंट लिया जाएगा।

लैब खुलने से पहले तो जांच में लगने वाले समय में बचत होगी। दूसरा यह कि लोग अपने प्रोडक्ट की जांच कराकर उसे लोगों को बताएंगे। इससे उनके फूड की बेहतर ब्रांडिंग हो सकेगी। लोकल लैब होने से पब्लिक को कई फायदे मिलने जा रहे हैं।

जगदंबा मौर्या, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज