प्रयागराज (ब्यूरो)। एसपी यमुनापार द्वारा शनिवार इस गैंग की गिरफ्तारी का खुलासा किया गया। बताया कि बीते माह थरवई में एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या की गई थी। घटना के मुख्य आरोपित नवला खरवार समेत सात अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे। पूछताछ में मालूम चला था कि अंतरराज्यीय नवला गैंग का सरगना नवला खरवार ही था। गैंग के कई गुर्गे व दो सरगना की गिरफ्तारी के बाद कमान देवा खरवार संभाल रखा था। ट्रेन से कुछ दिन पूर्व सभी चुनार से शंकरगढ़ क्षेत्र में दाखिल हुए। बसहरा गांव के किनारे बने घरों की गैंग के द्वारा रेकी की गई। इसके बाद वारदात अंजाम देने के लिए बसहरा टंडन वन में गैंग एकजुट हुआ। यहां सभी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे। गनीमत यह थी कि गैंग प्लानिंग में कामयाब होता इसके पहले खबर थाना प्रभारी शंकरगढ़ मनोज कुमार ङ्क्षसह मिल गई। वह दारोगा ऋतुराज, विवेक ङ्क्षसह, संतोष ङ्क्षसह सहित पूरी टीम के साथ गैंग को घेर लिए। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग झोंक दिया। जवाबी फायरिंग करते हुए नौ बदमाशों दबोच लिए। गिरफ्तार किए गए बदमाशों में सरगना देवा खरवार उर्फ संगीत व नसीब खरवार, श्रीकांत खरवार उर्फ बरारी और जीतू खरवार, सीबू खरवार व पीसी खरवार, लाखा उर्फ रविश व एक नाबालिग निवासीगण गजवोर बीघा थाना बारून जिला बिहार हैं। जबकि कनुआ खरवार उर्फ बगइचा मानसागर खनिया टोला थाना चरपोखरी जिला आरा बिहार का रहने वाला है। गिरफ्तार किए गए नौ में से आठ बदमाश एक ही गांव के हैं।
फेरी लगाकर करते हैं रेकी
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किया गया सरगना देवा खरवार शहद निकालने और बेचने में माहिर है। बताते हैं कि बाकी गुर्गे घूम-घूम कर दूसरे सामान बेचने के बहाने गांवों में घूमा करते हैं। इसी बीच वह उन घरों को फिक्स करते हैं जिनमें घटना को अंजाम देना होता है। सामान बेचने के दौरान ही गैंग यह टटोल लेता है कि रेकी किए गए मकान में महिलाएं अधिक हैं या फिर पुरुष। इस तरह नवला खरवार गैंग के 31 बदमाशों को पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि अभी कई फरार हैं। जिनकी तलाश में एसओजी सहित पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं।
मुखबिर और पुलिस की सक्रियता के चलते एक बड़ी घटना होने से बच गई। यदि थोड़ी चूक या देर हो जाती तो गैंग बनाए जा रहे प्लान के तहत वारदात को अंजाम देने में सफल हो जाता। मुठभेड़ में शंकरगढ़ पुलिस द्वारा गैंग के नए सरगना समेत कुल नौ बदमाश गिरफ्तार करके जेल भेजे गए।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार