-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने स्कूलों में आयोजित किया पैरेंटिंग सेमिनार
-सेमिनार में एक्सपर्ट्स ने बच्चों के फूड को हेल्दी बनाने के लिए दिए टिप्स
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PRAYAGRAJ: इमामी हेल्दी एंड टेस्टी प्रजेंट्स 'हेल्दी फूड, हेल्दी स्कूल' एक्टिविटी के तहत बुधवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल में हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया।
वहीं नैनी के एफसीआई रोड स्थित सेम स्टार ग्लोबल स्कूल और आर्य कन्या इंटर कॉलेज इंग्लिश मीडियम को-एजुकेशन में पैरेंटिंग सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें एक्सर्ट्स की टीम ने पैरेंट्स को बेटर पैरेंटिंग के टिप्स दिए। इसके साथ ही बच्चों को हेल्दी रखने और उनकी बॉडी की जरूरत के हिसाब से प्रॉपर डाइट प्लान के बारे में भी जानकारी दी गई। इस दौरान काउंसलर्स के साथ के साथ ही प्रयागराज इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी प्रयागराज के शेफ के साथ ही मनोवैज्ञानिक व डाइटीशियन की टीम भी मौजूद रही।
बच्चों के मन को समझने की है जरूरत
मुट्ठीगंज स्थित आर्य कन्या इंटर कालेज इंग्लिश मीडियम को एजुकेशन और सेम स्टार ग्लोबल स्कूल में आयोजित पैरेंटिंग सेमिनार में कई टिप्स दिए गए। इस दौरान मनोवैज्ञानिक डॉ। कमलेश तिवारी ने पैरेंट्स को बच्चों के मन की स्थिति को समझने और उनको सही तरीके से मोटिवेट करने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर पैरेंट्स की क्वैरीज को भी एक्सपर्ट्स ने बेहतर ढंग से समझाया।
-बच्चों को मैथ्स के क्वेश्चंस सॉल्व करने में प्रॉब्लम होती है।
-कुछ बच्चों को अक्षर को पहचानने और उसे समझने में दिक्कत होती है
-कुछ बच्चों में पर्सनैलिटी लेवल पर इश्यूज होते है। इसे एंटी सोशल पर्सनैलिटी डिजार्ट कहा जाता है
- ऐसे बच्चे बहुत जल्दी गुस्सा करते हैं। चोरी करते हैं। झूठ बोलते हैं। स्कूल जाने से कतराते हैं। अपनों से छोटों को नुकसान पहुंचाते हैं और जानवरों के साथ गलत बर्ताव करते हैं।
-ऐसे बच्चों के स्वभाव को आपको समझना पड़ेगा।
-इस पर अभी ध्यान नहीं दिया तो, आगे प्रॉब्लम बढ़ सकती है
-बच्चा अगर हद से ज्यादा गुस्सा दिखाता है, इरिटेट होता है, तो उसे नजरअंदाज न करें।
-बच्चों को समझिए, अगर लगे तो बच्चों को साइकियाट्रिस्ट ट्रीटमेंट के लिए ले जाइए
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कितना खाना खिलाना है यह भी समझें
एक्सपर्ट्स ने बच्चों की डायट चार्ट और न्यूट्रीशियन के बारे में पैरेंट्स को विस्तार से बताया। उन्होंने जानकारी दी कि कौन सी विटामिन्स की कमी से बच्चों को क्या प्रॉब्लम हो सकती है।
-डायट का इफेक्ट डायरेक्ट हेल्थ पर पड़ता है, जो लांग टर्म होता है।
-माइक्रो न्यू्रट्रीन और प्रोटीन फूड बच्चों को देना चाहिए।
-1800 से 2100 कैलोरी फीमेल के लिए, बच्चों के लिए 900 से 1200 कैलोरी और पुरुषों के लिए 2400 से 3000 कैलोरी की जरूरत होती है
-हम जो डाइट लेते हैं उसमें सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट से लेते हैं।
-कार्बोहाइड्रेट गेहूं, बाजरा, चावल, ग्रेन्स-मूंग, चना, दलिया से मिलता है।
-10 से 15 परसेंट प्रोटीन दूध, फिश, एग से मिलता है, विटामिन्स का रोल इंर्पोटेंट है।
-हरी सब्जी से माइक्रो न्यूट्रीशंस मिलते है, जिसे विटामिन्स कहा जाता है, यह वाटर और फैट सॉल्यूबल होते हैं।
-एडीई और के विटामिन फैट सॉल्यूबल होते है, इमामी ऑयल में ए,डी और ई विटामिन मौजूद हैं।
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सेमिनार में इन्होंने किया गाइड
-चीफ शेफ वरुण सहगल
-डायटीशियन मनुराधा
-चीफ शेफ स्नेहा सक्सेना
-शशांक शेखर सक्सेना, चेयरमैन प्रयाग इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी
-डॉ। कमलेश तिवारी, डायटीशियन एवं काउंसलर
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वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल में चला हेल्थ चेकअप कैंप
सिविल लाइंस एरिया में स्थित वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल में बुधवार को हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रिंसिपल नलिनी सिंह भी मौजूद रही। इस दौरान डाक्टर्स की टीम ने बच्चों को कम्प्लीट हेल्थ चेकअप किया। बच्चों में डिफरेंट हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम पायी गई। कोई अंडर वेट मिला तो किसी के विजन में काफी दिक्कत मिली। हाईजीन को लेकर भी काफी बच्चों में प्रॉब्लम डाक्टर्स की टीम ने डिटेक्ट की। इन बच्चों को हेल्दी डाइट और चश्मा सजेस्ट किया गया। इस मौके पर एसआरएन से डॉ। सोनिका यादव, डॉ। अंशू मौर्या, डॉ। सूर्यभान और एमडीआई से डॉ। एके मौर्या, डॉ। उपासना सिंह मौजूद रहे। डेंटल एसोसिएशन से डॉ। ऐपी सिंह और डॉ। आशुतोष चौधरी मौजूद रहे।