प्रयागराज ब्यूरो । बिजली विभाग अपनी तमाम मांगे पूरी न होने को लेकर हड़ताल चले गए हैं। हड़ताल पर जाने के
साथ पब्लिक को परेशान करने की मंशा भी थी। अगर ऐसा नहीं होता तो फिर सब-स्टेशन के अंदर शटडाउन की स्विच ऑफ न की गई होती। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक के दौरान कई सब स्टेशन पर ऐसी हालत देखने को मिली। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक के दौरान कई सब स्टेशन पर ऐसी हालत देखने को मिली। रिपोर्टर ने देखा कि यहां पर वो स्विच ऑफ थीं, जिन्हें ऑन होना चाहिए। कुछ जगहों पर ताला लगाकर चले गये कर्मचारी तक शटडाउन तक कर रखे थे। इससे स्पष्ट है कि हड़ताल के लिए निकलने से पहले सब-स्टेशन पर मौजूद स्टाफ ने इन स्विच को ऑफ किया होगा, ताकि बिजली सप्लाई न शुरू न हो सके।

ऑफ था बे्रकर स्विच
गुरुवार को पूरा दिन गायब रहने के बाद शुक्रवार को भी सिटी से लेकर यमुनानगर व गंगानगर के कई एरिया में बिजली नहीं आई। रिपोर्टर ने कई सब-स्टेशन का रियलिटी चेक किया। ज्यादातर उपकेंद्रों पर ब्रेकर स्विच ऑफ था। इससे स्पष्ट हो रहा था कि बिजली जानबूझकर काटी गई थी। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट जब म्योहॉल डिवीजन व सिविल लाइन उपकेंद्र पहुंची तो वहां पहले से पुलिस मौजूद थे। सिविल लाइन उपकेंद्र पर ताला लटका था। वहीं म्योहॉल डिवीजन पर एक कर्मचारी से स्विच ऑन करने की बात कह रहे थे। इस पर रिपोर्टर ने पूछा कि स्विच ऑफ क्यों किया गया था? इस पर कर्मचारी ने अधिकारियों का हवाला देते हुए पता नहीं होने की बात कही।

कई जगहों पर बंद था स्विच
वहीं नैनी के मामा-भांजा तलाब मुंगारी फीडर उपकेंद्र पर अंदर जाकर चेक किया गया तो ब्रेकर स्विच ऑफ था। इसके साथ ब्रेकर कंट्रोल स्विच भी गिरा था। इसपर रिपोर्टर ने सवाल किया तो कर्मचारी के मुंह से सच निकल गया। उसने बताया कि स्विच ऑफ करने के बाद बाक्स लॉक कर अधिकारी चाबी साथ लेकर गए हैं। यह आलम रामबाग, फोर्ड,, कसारी-मसारी, कमला रोड व अल्लापुर उपकेंद्र का था। वहीं तमाम उपकेंद्रों पर ताला लटका मिला। सूत्रों की माने तो जिन जगहों पर ताले लटके हुये थे वहां भी शटडाउन किया गया था।

जान-बूझकर काटी बिजली?
बिजली विभाग के कर्मचारी अपने तमाम मांगों को लेकर हड़ताल पर है। गुरुवार से ही कर्मचारी देर रात सब स्टेशन पर ताला बंदकर चले गए। कर्मचारियों का कहना था कि वह हड़ताल के दौरान किसी तरह का फाल्ट ठीक नहीं करेंगे। लेकिन कई सब-स्टेशन पर जो हाल देखने को मिला उससे तो इस हड़ताल में साजिश की बू आ रही है। कई उपकेंद्रों पर कर्मचारी बिजली शटडाउन कर बाक्स की चाबी अपने साथ लेकर चले गए। बाद में मौके पर पुलिस को जाकर बाक्स खुलवाना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि कर्मचारी चाहते तो बिना बिजली काटे ही सब स्टेशन से जा सकते थे। लेकिन ऐसा करने पर उनकी हड़ताल असरदार नहीं होती। बिजली कटी तो पब्लिक सड़कों पर उतर आई और इससे शासन-प्रशासन तक हड़ताल का असर पहुंचा।