प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर की तीनों विधानसभाओं की पोलिंग पार्टियों की रवानगी का क्रम शुक्रवार को दिनभर चला। इनमें वह लोग भी शामिल थे, जिनको मतदान की रिजर्व ड्यूटी में लगाया गया था। इनकी संख्या सैकड़ों में थी, लेकिन इनके चेहरे लटके हुए थे। कारण साफ था। सुबह से शाम तक बैठे रहने के बावजूद इनका नंबर नही लगा। बावजूद इसके इन्हे देर शाम तक रुकना पड़ा और शनिवार को वोटिंग के दौरान भी इन्हे मुस्तैद रहना होगा। जहां जरूरी होगा इन्हें मोर्चा संभालना पड़ेगा।

शाम को लगाई गई हाजिरी
केपी ग्राउंड से शहर की तीनों विधानरसभाओं दक्षिणी, उत्तरी और पश्चिमी की पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। इस बार कुल 21 हजार मतदान कर्मियों को लगाया गया है और इनमें दस फीसदी अतिरिक्त कर्मी भी शामिल हैं। इनकी संख्या तीन हजार के आसपास है। इनका काम रिजर्व टीम में शामिल रहकर अपनी बारी का इंतजार करना है। यह भले ही मतदान न कराएं लेकिन शनिवार शाम तक इन्हे मुस्तैद रहना होगा। प्रशासन के आदेश पर रिजर्व कर्मियों को शनिवार को संबंधित स्थान पर रहना होगा। इन लोगों ने शाम पांच बजे अपनी टेबल पर पहुंचकर हाजिरी भी लगाई।

नहीं मिलेगा मिलेगा एक भी पैसा
नलकूप खंड के कर्मचारी रविशंकर द्विवेदी, बेसिक शिक्षा के सुनील मिश्रा और सिचाई विभाग के अंजनी कुमार भी रिजर्व पार्टी में रहे। इन्होंने बताया कि हमको मतदान समाप्त होने तक प्रशासन के आदेश का पालन करना है। हमें कही भी रवाना होना पड़ सकता है। शुक्रवार को तो हमारा नंबर नही आया। अगर शरिनवार को भी डयूटी नही लगी तो एक भी पैसा हमें नही मिलेगा। उनका कहना था कि इससे बेहतर उनकी चुनाव ड्यूटी लगा दी जाती।
शाम चार बजे आया बुलावा
वहीं शहर उत्तरी विधानसभा के लिए रिजर्व टीम में शामिल मनीष कुमार की शाम चार बजे मेरी वाना मेकर कॉलेज मतदान केंद्र के एक बूथ में ड्यूटी लगाई गई। उन्हे इस बूथ का पीठासीन अधिकारी बनाया गया। उन्होंने बताया कि वह टीम के साथ रवाना हो रहे है ंऔर इसी वजह से उनकी रवानगी में काफी देर हा गई। बता दें कि इस बार चुनाव ड्यूटी कटवाना भी आसान नही रहा था। ऐसा इसलिए कि पहली बार मतदान कर्मियों का पैसा ऑनलाइन खाते में भेजा जाना है। ऐसी स्थिति में प्रासेस काफी पेचीदा हो गई है। यही कारण है कि रिजर्व में लगाए गए लोगों का नंबर आना बेहद मुश्किल हो गया है।