प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर के शाहगंज थाना क्षेत्र स्थित गढ़ीकला मोहल्ला निवासी कंचल लाल सोनकर रेलव से रिटायर्ड कर्मचारी थे। बताते हैं कि रिटायर होने के बाद वह तीन बेटों सहित परिवार के साथ घर पर रहने लगे। उनके दरवाजे के सामने पीडीए द्वारा बनाई गई कॉलोनी की सरकारी जमीन है। जिस पर पड़ोसी अपने घर की दीवार बढ़ाकर बना लिया। उस पर स्लैप भी डाल दिया। इस बात की शिकायत कंलच लाल सोनकर के बेटों द्वारा थाने में की गई। शिकायत के बाद से ही पड़ोसी कंचल लाल के घर लगे सीसीटीवी कैमरे पर आपत्ति जताते लगे। दबंगों का दबाव था कि वह सीसीटीवी कैमरा दरवाजे से हटा ले। आक्रोशित परिजनों का कहना था कि मंगलवार रात शाहगंज थाना प्रभारी कुछ जवानों के साथ घर आए। पुलिस की आवाज पर कंचन लाल का बेटा दरवाजा खोल दिया। इसी बीच दबंग पड़ोसी ने उसके घर लगे सीसीटीवी कैमरे के तार को तोड़ दिया।
आरोप है कि इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दबंगों द्वारा विवाद और मारपीट शुरू की गई। मारपीट के दौरान आरोपितों के धक्के से कंचन लाल जमीन पर गिर पड़े और बेहोश हो गए। यह देखकर परिवार उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल ले गया। जहां डॉक्टरों ने कंचल लाल सोनकर को मृत घोषित कर दिया। बॉडी लेकर परिजन घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। आरोपित घर छोड़कर भाग निकले। बुधवार की सुबह घटना से नाराज परिवार व मोहल्ले के लोग घर के सामने लीडर रोड पर जाम लगा दिए। जाम लगाकर हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि उनके द्वारा रात में ही पुलिस को तहरीर दी गई थी। पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। रात में पुलिस के द्वारा ही आवाज देने पर दरवाजा खोला गया और घटना हो गई। जाम और इस तरह के आरोपों की खबर मिलते ही सीओ शाहगंज मौके पर पहुंचे। सभी को लेकर वह घटना स्थल कंचल लाल के दरवाजे पर पहुंचे। वहां काफी देर तक सभी को समझाबुझाकर शांत कराए।
आनन-फानन में दर्ज हुई रिपोर्ट
वृद्ध कंचन लाल की मौत पर हंगामा और आरोप को देखते हुए शाहगंज पुलिस के होठ सूख गए। आनन-फानन में मृतक के बेटे पवन कुमार सोनकर की प्राप्त तहरीर पर मोहल्ले के ही आरोपित विनोद हेला, हसवाग हेला और अजय के खिलाफ मारपीट, गाली गलौज व गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया। हालांकि देर शाम तक पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। परिवार व नाराज लोगों का कहना था कि आरोपितों के द्वारा लाठी व डंडे से भी पीटा गया है। फिर भी पुलिस द्वारा सीधे हत्या का मुकदमा नहीं लिखा गया।
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