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सीटों पर 2015 में हुआ था जिला पंचायत का चुनाव

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सीटें विस्तार बाद नगर निगम में हो गई हैं शामिल

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सीटों पर इस बार होगा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव

नगर निगम का दायरा बढ़ने के बाद 84 सीट पर ही होगा जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव

वर्ष 2015 के चुनाव में 92 सीट पर चुनाव लड़े थे जिला पंचायत सदस्य

PRAYAGRAJ: जिला पंचायत में इस बार चुनाव बाद आठ सदस्यों की संख्या कम होगी। जिला पंचायत की यह आठ सीटें विस्तार के बाद नगर निगम में शामिल हो गई हैं। 2021 में अबकी 84 सीटों पर ही जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव होगा। इसके पूर्व 2015 के चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कुल 92 सीटों पर मतदान हुआ था। गर्मी के साथ- साथ पंचायत चुनाव की तपिश भी बढ़ने लगी है। मौजूदा सीटों पर ताल ठोक रहे संभावित प्रत्याशी सियासी मोहरे बैठाना शुरू कर दिए हैं। हालांकि हाल ही में जारी आरक्षण के बाद आपत्तियों को दाखिल करने का सिलसिला जारी है। विकास भवन में सीटों पर आपत्ति दाखिल करने वालों का मजमा लगा हुआ है।

आपत्तियों की छटाई में हो सकती है देरी

जिला पंचायत के सियासी मैदान में ताल ठोक रहे तमाम धुरंधरों के अरमान पर आरक्षण सूची से पानी फिर गया है। अब अपनी सीट को बचाने की मुहिम में वह हर फन आजमाने में जुटे हैं। इसके लिए इनके जरिए धड़ाधड़ आपत्तियां दाखिल की जा रही हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी दफ्तर के बाहर गैलरी में दो काउंटर बनाए गए हैं। दोनों ही काउंटरों पर आने वाली आपत्तियों को रिसीव किया जा रहा है। विडंबना यह है कि किस काउंटर पर कौन सीट के लिए कहां से कितनी आपत्तियां आई, अलग-अलग बता पाने में कर्मचारी असमर्थ रहे। एक अनुमान के मुताबिक उनके जरिए बताया गया कि 400 से कुछ ज्यादा आपत्तियां शुक्रवार को प्राप्त हुई हैं। अब इसमें कितनी आपत्ति जिला पंचायत सीट के लिए है और कितनी बीडीसी एवं ग्राम पंचायत की यह बात वे नहीं बता सके। ऐसे सवाल यह उठता है कि शुरुआत यह है तो चुनाव का अंजाम क्या होगा। चुनाव की प्रशासनिक तैयारियों की इस स्थिति को लेकर तमाम लोग वहां तरह-तरह की चर्चाएं दबी जुबान करते रहे। कहना है कि सीटवार आपत्तियां अलग-अलग नहीं काउंट की जा रहीं। खिचड़ी बनाकर कर एक ही फाइल में हर सीट की आपत्ति समेट दी जा रही है। ऐसे में एक बार आपत्ति रिसीव करने फिर उसकी छटाई में वक्त जाया होगा।

असलहे जमा कराने में जुटी पुलिस

पंचायत चुनाव की तैयारियों पर गौर करें तो पुलिस महकमा भी कमर कस चुका है। डीआईजी/एसएसपी सर्वेश्रेष्ठ त्रिपाठी द्वारा सभी थानों को गन जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि इलाके में पुलिस असलहों की चेकिंग और अराजकतत्वों को चिन्हित करें। पिछले चुनावों में शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर पुलिस की नजर टिक गई है। बताया गया कि पुलिस ऐसे लोगों को सूचीबद्ध करने में जुटी है। ऐसे अराजकतत्वों की लिस्ट तैयार होने के बाद उन्हें पाबंद करने की कार्रवाई शुरू होगी।