प्रयागराज (ब्यूरो)।मनी लांड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अब ईडी की टीम माफिया अतीक से सताए गए किसानों का बयान दर्ज करेगी। उनसे पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि अतीक किस तरह से गरीब किसानों की जमीन को जबरन हड़प लेता था। वह जमीन लिखवाने के बाद कुछ पैसा भी देता था या नहीं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी। इसके लिए किसानों की सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही बयान के लिए उन्हें सम्मन भेजा जाएगा।
सेल डीड को बनाया गया है जांच का आधार
सूत्रों का कहना है ईडी ने अपनी जांच का आधार सेल डीड को बनाया है। अप्रैल में ईडी की टीम ने अतीक से जुड़े कई बिल्डर सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस दौरान विभिन्न कंपनी और जमीन से जुड़े अभिलेख बरामद हुए थे। तमाम सेल डीड भी मिली थी। कागजातों की जांच से पता चला था कि अतीक ने अपने और अपने गिरोह से जुड़े तमाम लोगों के नाम से कई एकड़ जमीन लिखवाई थी, लेकिन उनके बीच पैसे के लेनदेन का प्रमाण नहीं मिला था। इसी आधार पर माना गया है कि माफिया ने अपराध के बल पर गरीब किसानों की जमीन जबरन हथिया ली थी। जमीन से संबंधित कागजात में करेली, झलवा, बमरौली, पूरामुफ्ती, पिपरी सहित दूसरे इलाके में रहने वाले कई किसानों से उसने जमीन ली थी, मगर किसी के बैंक खाते में पैसे नहीं दिए गए थे। बताया गया है कि किसानों के बयान में अतीक से जुड़े कई और लोगों का नाम सामने आ सकता है, जिन्हें जांच के दायरे में लाया जाएगा।