रेलवे में हार्ड ब्रांड ग्रूड कॉपर कांटैक्ट वायर सप्लाई को लेकर किए गए करोड़ों के घोटाले का मामला
सीबीआई की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट को ईडी की जिला इकाई ने बनाया आधार
PRAYAGRAJ: रेलवे में हार्ड ब्रांड ग्रूड कॉपर कांटैक्ट वायर (एचडीजीसी) सप्लाई को लेकर किए गए करोड़ों के घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। सीबीआइ की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट को ईडी प्रयागराज इकाई ने आधार बनाया है। माना जा रहा है कि मामले में अब रेलवे के रिटायर्ड जीएम, समेत कई अफसरों पर ईडी का शिकंजा सकेगा।
क्या है यह पूरा मामला
बताते हैं कि चंद्रा मेटल्स प्राइवेट लिमिटेड, जेके केबल्स लिमिटेड, श्रीराम केबल्स प्राइवेट लिमिटेड और ओम साईं उद्योग प्राइवेट लिमिटेड समेत कई कंपनियां रेलवे को एचडीजीसी की सप्लाई करती थीं। उसकी गुणवत्ता और मानकों की जांच रेलवे डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) करता है। साथ ही रेलवे इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सíवसेस (राइट्स) और सेंट्रल आर्गनाइजेशन फॉर रेलवे इलेक्ट्रीफिकेशन (कोर) भी इससे जुड़ा है। यह वायर का उपयोग कराने सहित अन्य कार्य करता है। केस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सप्लायर कंपनियों ने विभाग के कई अधिकारियों की मिलीभगत से रेलवे को कमजोर क्वालिटी की एचडीजीसी की सप्लाई की और बिल व बाउचर बनाकर फर्जीवाड़ा किया गया। इसकी जानकारी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को हुई तो गोपनीय ढंग से छानबीन की गई। फिर 30 नवंबर 2017 को सीबीआई के तत्कालीन इंस्पेक्टर आलोक शाही ने कई अफसरों व कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में पता चला कि वर्ष 2015-16 में एक साल के भीतर रेलवे से सात करोड़ 76 लाख रुपये अधिक वसूल किए गए, जिसे घोटाला माना जा रहा है। अब इसी को आधार बनाकर ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत इंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीईआर) लिखकर छानबीन शुरू कर दी है।
इनसे ईडी कर सकती है पूछताछ
आरडीएसओ के रिटायर्ड डायरेक्ट्रेट जनरल प्रमोद कृष्ण श्रीवास्तव, राइट्स के डीजीएम अभिषेक, सीनियर सेक्शन इंजीनियर रणवीर सिंह, इंस्पेक्टिंग मैनेजर राजेश कुमार चौरसिया, कोर के फायनेंस एडवाइजर अजय कुमार लाल श्रीवास्तव, सेक्शन ऑफीसर एकाउंट एनएच अंसारी, इंस्पेक्टिंग इंजीनियर सुनील कुमार पंडा, संजीव कुमार श्रीवास्तव, असिस्टेंट मैनेजर संतोष कुमार चक्रवाल व चंद्रा मेटल्स प्राइवेट लिमिटेड, जेके केबल्स लिमिटेड, श्रीराम केबल्स प्राइवेट लिमिटेड और ओम साईं उद्योग प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ केस हुआ है। कहा जा रहा है कि ईडी अब इन सभी लोगों से पूछताछ कर सकती है।