प्रयागराज ब्यूरो । एक अगस्त से तीन बड़े बदलाव हुए हैं जो सीधा मानव जीवन पर असर डालेंगे। इनमें सबसे पहला कामर्शियल गैस सिलेंडर महंगा होना है। इसकी वजह से आने वाले समय में रेस्टोरेंट और होटलों में खाना महंगा हो सकता है। इसके अलावा आईटीआर फाइल करने में पांच हजार रुपए अब फाइन देना होगा। इतना ही नहीं, तीन साल पुराने फास्टैग की केवाईसी करना अनिवार्य हो गया है, वरना उन्हें बंद कर दिया जाएगा।

8.50 रुपए बढ़ गए दाम
एक अगस्त से कामर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में 8.50 रुपए की बढोतरी कर दी गई है। अब यह 1652 रुपए के बिक रहे हैं। माना जा रहा है कि इसका सीधा असर रेस्टोरेंट और होटलों पर पड़ेगा। प्रयागराज में वर्तमान में 700 से अधिक छोटे बड़े रेस्टोरेंट हैं और इनमें कामर्शियल गैस सिलेंडर का यूज होता है। लूकरगंज स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक विनोद कुमार का कहना है कि अगर ऐसे ही दाम बढ़ते रहे तो डिशेज की कीमत में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। उनका कहना है कि पहले से ही अनाज, मसाले और सब्जियों के दामों में आग लगी है। ऐेसे में 19 किलो वाले कामर्शियल गैस सिलेंडर के महंगा हो जाने से पकवानों की कीमत बढ़ सकती है।

चूक गए तो अब देना होगा पांच हजार फाइन
दूसरा बड़ा बदलाव आईटीआर यानी इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने को लेकर है। लोगों को उम्मीद थी कि 31 जुलाई की देर रात सरकार इस तिथि को बढ़ाकर लोगों को राहत देगी, लेकिन ऐसा नही हुआ। जो लोग 31 जुलाई तक आईटीआर नही दाखिल कर पाए हैं उनको एक अगस्त से आईटीआर भरने पर बतौर फाइन पांच हजार रुपए अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं। हालांकि जिनकी सालाना आय पांच लाख से कम है, उन्हें एक हजार रुपए की लेट फीस देनी होगी। सीए नितिन मेहरोत्रा कहते हैं कि जो लोग चूक गए हैं उन्हे अब पुराने टैक्स रिजीम का लाभ भी नही मिलेगा। बता दें कि प्रयागराज परिक्षेत्र में यूपी और उत्तरखंड मिलाकर 47 जिले आते है ंऔर इनमें वर्तमान में 74 लाख से अधिक टैक्स पेयर्स मौजूद हैं जो हर साल आईटीआर दाखिल करते हैं।

लाखों वाहन मालिको पर लागू होगा नियम
तीसरा बड़ा बदलाव फास्टैग को लेकर है। जिनका फास्टैग तीन साल पुराना है उन्हें इसकी केवाईसी अपेडेट करानी होगी। साथ ही जिनका फास्टैग पांच साल या इससे अधिक पुराना है उन्हें इसे बदलना होगा। बता दें कि वाहन मालिकों को एक अगस्त से नियमानुसार फास्टैग को वेहिकल रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर से जोडऩा हागा। नया वेहिकल लेने के 90 दिन के अंदर गाड़ी का नंबर भी अपडेट कराना होगा। मोबाइल नंबर से फास्टैग को लिंक कराना होगा। कार ओनर दिलीप तिवारी कहते हैं कि उनका फास्टैग तीन साल पुराना है और वह इसकी केवाईसी अपडेट कराने जा रहे हैं।