'ई-निवारण' से होगा समस्या का समाधान
घर बैठे बिजली बिल जनरेट, बिल पेमेंट, लोड बढ़ाने-घटाने से लेकर शिकायत करने तक की है सुविधा
लॉकडाउन और कोरोना काल में बिजली संबंधित कामों के लिए कंज्यूमर्स को घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है। कंज्यूमर्स अब घर बैठे मोबाइल ऐप के जरिये खुद ही बिजली संबंधित सारे काम कर सकता है। बिल जेनरेट से लेकर ऑनलाइन पेमेंट करने तक की सुविधा उपलब्ध है। यही नहीं कंज्यूमर्स घर बैठे अपने मीटर का लोड बढ़ा और घटा भी सकता है। इसके लिए उपकेंद्र के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। सीधे तरीके में कहा जाए तो \\\\\\\\e-nivaran से हर समस्या का समाधान होगा । कानपुर रोड एसडीओ आलोक सिंह यादव ने बताया कि \\\\e-nivaran शुरू हो चुका है। कंज्यूमर्स बिजली संबंधी ज्यादातर काम इस ऐप के जरिए घर बैठे कर सकते हैं। उनको अब मीटर रीडर के घर आकर बिल बनाने का भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा। साथ ही पुराने बिल के अनुसार ऑटोमेटिक बिल जनरेट होने पाली समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
ई-निवारण ऐप ऐसे करें इस्तेमाल
गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करें। कनेक्शन का अकाउंट नंबर फिल करके आगे बढ़ें।
इसके बाद ओटीपी जेनरेट होगा। इसके बाद सॉफ्टवेयर कंल्यूमर मेल व मोबाइल नंबर का सत्यापन करेगा।
इसके बाद अकाउंट नंबर और यूजर आईडी तैयार होगी।
ऐसा करने के बाद होम पेज पर बिजली बिल जेनरेट, बिल पेमेंट, शिकायत, नई सूचनाओं के ऑप्शन आ जाएंगे।
यहां उपभोक्ता जेनरेट बिल पर क्लिक करेंगे। करंट रीडिंग के सेक्शन में रीडिंग फिल कर करेंगे। इसके 24 घंटे के अंदर बिल बनकर तैयार हो जाएगा।
बाद में इसी पेमेंट ऑप्शन में जाकर आनलाइन भुगतान करना होगा।
कंज्यूमर तय करें किसमें है फायदा
एसडीओ विजय तिवारी ने बताया कि कोई कंज्यूमर किसी कारण वश बिजली का उपयोग नहीं कर रहा है तो उसे पहले यह तय करना होगा कि आगे कितने लंबे समय तक बिजली का प्रयोग नहीं करना है। ज्यादा समय तक बिजली इस्तेमाल नहीं करना है तो कंज्यूमर्स टेंपरेरी डिस्कनेक्शन करवा सकते हैं। इसके लिए उनको आरसी-डीसी चार्ज देना होगा। चार्ज के रूप में उनसे 600 रुपये लिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति एक या 2 महीने तक के लिए बिजली का इस्तेमाल नहीं कर रहा है तो उनको आरसी-डीसी महंगा पड़ सकता है। क्योंकि बिजली विभाग के नियम अनुसार 1 किलोवाट पर सौ रुपए का फिक्स्ड चार्ज लिया जाता है। यदि कोई 5 किलोवाट या उससे ऊपर का है तो उसे पर किलोवाट 110 रुपये के हिसाब से चार्ज किया जाता है। ऐसे में कंज्यूमर्स को तय करना होगा कि उनको किस में फायदा लग रहा है। टेंपरेरी डिस्कनेक्शन के लिए भी कंज्यूमर्स को उपकेंद्र तक आने की जरूरत नहीं है। वह सिर्फ संबंधित उपकेंद्र अधिकारियों के नंबर पर एप्लीकेशन को व्हाट्सएप कर सकते हैं।
इन नंबर पर कर सकते हैं ह्वाट्सएस
रामबाग: 9450963655
नैनी: 9450963660
करेलाबाग: 9450963662
कल्याणी देवी: 9450963654
म्योहॉल: 9450963653
टैगोर टाउन: 9450963661
बम्हरौली: 9450963664
जब उपभोक्ता इस एप को इस्तेमाल करने लगेगा। उनको खुद उपकेंद्र जाकर काउंटर पर लाइन लगाकर बिल जमा करना टाइम वेस्टेज लगने लगेगा। इस ऐप के जरिए कंज्यूमर घर बैठे बिजली संबंधित सारे काम कर सकता है।
अविनाश पटेल, अधिशाषी अभियंता