- बैसाख अष्टमी पर मां कल्याणी को लगाया गया सतुआ का भोग
साथ ही मां के धाम में कोरोना महामारी के चलते अखंड ज्योति जलाकर मानव कल्याण की कामना के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया
कोरेाना महामारी के कारण चल रहे लॉकडाउन के बीच मंगलवार को बैसाख अष्टमी विधि पूर्वक मनाया गया। हालांकि मंदिर को भक्तों के लिए बंद रखा गया। इस बारे में शक्तिपीठ मां कल्याणी देवी मंदिर के महामंत्री आचार्य श्याम जी पाठक ने बताया कि लॉकडाउन को देखते हुए मंदिर के मेन गेट बंद रखे गए। वहीं पुरोहितों ने मंदिर के अंदर मां कल्याणी की विधि विधान से पूजा-अर्चना की। इस दौरान ब्राम्हणों ने दुर्गा शप्तसती का पाठ किया और मां से कोरोना मुक्ति के लिए प्रार्थना की। इसके पहले सुबह 5 बजे मां कल्याणी की मंगला आरती हुई। उसके बाद मां को सतुआ और गुड़ का भोग लगाया गया। साथ ही मां के धाम में कोरोना महामारी के चलते अखंड ज्योति जलाकर मानव कल्याण की कामना के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया। शाम को मां का श्रृंगार हुआ और महाप्रसाद का भोग लगा। उन्होंने बताया कि मां सभी का कल्याण करती है। इसलिए सभी की मंगल कामना और कोरोना से मुक्ति के लिए विशेष प्रार्थना की गई।