-रांग साइड ड्राइविंग की वजह से लगता है सबसे ज्यादा जाम
-पुराना शहर सबसे अधिक झेलता है रांग साइड ड्राइविंग और पार्किंग का दंश
ALLAHABAD: रोड पर ड्राइविंग के लिए बेहतर रोड चाहिए। ट्रैफिक जाम से मुक्ति चाहिए, टाइम लॉस नहीं होना चाहिए। रोड पर कार व बाइक लेकर निकलने के बाद लोगों को फॉरेन कंट्री की तरह ट्रैफिक सिस्टम चाहिए। लेकिन रोड पर निकलने के बाद ट्रैफिक रूल फॉलो नहीं करना है। यह कहानी है इलाहाबाद की, जहां ड्राइव करने वालों के लिए रांग ही राइट है।
घंटों ब्लॉक रहती हैं सड़कें
पुराने शहर के लीडर रोड, जानसेनगंज, चौक, घंटाघर, निरंजन पुल रोड, हिवेट रोड के साथ ही शहर की अन्य सड़कें अक्सर ब्लॉक हो जाती हैं। वजह होती है, रांग साइड ड्राइविंग और रांग साइड पार्किंग। जरा सा जाम लगा नहीं कि एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लग जाती है। फिर एक के पीछे एक नहीं, बल्कि एक के बगल में दूसरी, दूसरी के बगल में तीसरी गाड़ी खड़ी हो जाती है और दोनों साइड का रास्ता ब्लॉक हो जाता है।
यह है शहर का जाम जोन
1. निरंजन पुल
सुबह-दोपहर-शाम निरंजन पुल के नीचे भीषण जाम लगता है। आने-जाने के दो रास्ते बने हुए हैं। लेकिन जल्दी निकलने के चक्कर में लोग रांग साइड में व्हीकल लेकर घुस जाते हैं। इसकी वजह से भीषण जाम लग जाता है।
2. बैरहना-काली मंदिर चौराहा
ट्रैफिक कंट्रोल के लिए यहां ट्रैफिक पुलिस वाले खड़े रहते हैं। इसके बाद भी छोटी और बड़ी गाड़ी वाले रांग साइड से आ जाते हैं, जो जाम लगने का सबसे बड़ा कारण बनता है।
3. स्टेशन से लीडर रोड
इलाहाबाद जंक्शन होते हुए लीडर रोड से रामबाग और जानसेनगंज जाने वाली रोड भी अक्सर ब्लॉक रहती है। वजह, यहां रांग साइड ड्राइविंग और गलत ढंग से टेक ओवर करने वालों की भीड़ दिखाई देती है।
ट्रैफिक रूल तोड़ने में माहिर
-यूथ की जिग-जैग ड्राइविंग से दूसरों को होती है परेशानी।
-फुल स्पीड में बाइक चलाना और फिर अचानक ब्रेक मारना बन गई है आदत।
-रोड पर चलने के दौरान ट्रैफिक जाम मिला कि नहीं गलत साइड से ओवरटेक करने लगते हैं।
क्या कहते हैं लोग
ट्रैफिक रूल फॉलो करना और कराना हम सभी की ड्यूटी है। पैरेंट्स की ड्यूटी है कि बच्चों के हाथ में व्हीकल देने से पहले वे देखें कि बच्चा मैच्योर है यानहीं।
-अंकित सरन, अधिवक्ता हाईकोर्ट
जरूरी है कि सड़क से संबंधित मूल नियमों का ईमानदारी से पालन किया जाए। जाम लगने पर भी रांग साइड से निकलने के बजाय राइट साइड से निकलने का प्रयास किया जाए। चाहे वो सड़क पर चलने वाले लोग हों या वाहन चालक।
-कविता यादव, प्रयाग गैस एजेंसी
आए दिन हो रहे हादसे और जाम लगने की समस्या के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट ही नहीं, बल्कि पब्लिक भी जिम्मेदार है। लोग गलतियां खुद करते हैं और दोष सिस्टम को देते हैं। खुद को भी बदलना होगा।
-विजय अरोरा
अध्यक्ष, प्रयाग व्यापार मंडल
क्या न करें?
-ड्रिंक एंड ड्राइव से बचें। यानी शराब पीकर गाड़ी न चलाएं।
-शहर में 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक पर गाड़ी न चलाएं।
-18 से कम उम्र वाले ड्राइव न करें, व्यस्त सड़कों पर गाड़ी पार्क न करें।
टू व्हीलर वाले क्या करें
-अच्छी क्वालिटी का फुल मास्क हेलमेट पहनें।
-आगे और पीछे की लाइट्स काम कर रही हैं कि नहीं, इसका ध्यान रखें।
-मुड़ते वक्त इंडीकेटर जरूर दें, सुरक्षित दूरी बनाकर ही ड्राइव करें।
वर्जन-
रांग साइड ड्राइविंग और ओवरटेक करना इलाहाबादियों की आदत बन चुकी है। रोड पर जाम लगा नहीं कि एक के पीछे एक लगने के बजाय, चार से पांच लेन में गाडि़यां खड़ी हो जाती हैं। एक लेन में अगर लंबी लाइन लग जाए तो दो लेन से ट्रैफिक आसानी से चल सकती है। ट्रैफिक रूल तोड़ने पर कार्रवाई की जाती है, तो ट्रैफिक पुलिस पर ही सवाल खड़ा कर दिया जाता है।
-कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक