प्रयागराज (ब्यूरो)।

अगर नगर निगम इस एरिया में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाता तो रैंप और टीन शेड वर्गरह तोडऩे के बदले हर्जाना वसूल लेता। इतना ही नही, मलबा हटाने का शुल्क अलग से लिया जाता है। दुकानदारों की फजीहत होती सो अलग। यही कारण है कि दुकानदार आगे आए हैं। शुक्रवार को अटाला एरिया में पत्थरबाजी की घटना के बाद प्रशासन सख्त हो गया है और नुरुल्ला रोड से गोल पार्क तक दुकानों को चंहित कर अभियान चलाने का आदेश दिया था। कुछ माह पहले इस एरिया में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था लेकिन बाद में फिर से दुकानदारों ने रैंप बढ़ा लिया। इस घटना के बाद प्रशासन का रुख देखकर उनके भी रोंगटे खड़े हो गए हैं।

फिलहाल बोल्डर उठा रही टीम

नगर निगम की टीम फिलहाल अटाला एरिया में पत्थर और बोल्डर उठाने का काम कर रही है। शुक्रवार को यहां हुई पत्थरबाजी के बाद अभी तक एरिया में जगह जगह पत्थर पड़े हुए हैं। जिनको हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है। वहीं मंगलवार को एरिया में डीएम, एसएसपी, पीडीए वीसी सहित तमाम अधिकारी पहुंचे थे और उन्होंन एरिया का जायजा लिया। इलाके में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। कई घरों में ताला लटका हुआ है, लोग घर छोड़कर भाग खड़े हुए हैं। पुलिस की मौजूदगी में एरिया छावनी में तब्दील हो चुका है।

अगर दुकानदार स्वयं अतिक्रमण हटा रहे हैं तो बेहतर है। जो लोग नही हटाएंगे उनके खिलाफ प्रशासन का आदेश मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। अभी हमारी टीम एरिया में बोल्डर और पत्थर हटाने में लगी हुई है।

मुशीर अहमद, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम प्रयागराज