प्रयागराज (ब्यूरो)। छात्रों ने धरना स्थल पर ही ज्ञापन लिखकर परीक्षा नियंत्रक को सौंपा। ज्ञापन लेने के बाद परीक्षा नियंत्रक ने कहा फैसला परीक्षा समिति का होगा। वह संबंधित अॅथारिटी तक छात्रों की मांग जरूर पहुंचा देंगे। छात्र तत्काल फैसला लेने की गुजारिश करते रहे लेकिन उन्हें ऐसा कोई आश्वासन भी नहीं मिला। अब छात्रों ने आमरण अनशन की चेतावनी दे दी है। विधि प्रथम और चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों ने सात जुलाई से प्रस्तावित परीक्षाओं का विरोध कर रखा है। विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों में से 18 का चालान किया जा चुका है। एक को जेल भी भेजा गया था।
सोमवार से प्रदर्शन
विधि छात्र सोमवार को लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.शुक्रवार पूरी छात्र छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर ही जमे रहे और शनिवार को सुबह 12 बजे से आंदोलन तेज कर दिया। करीब 300 छात्रों की भीड़ ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय को घेर लिया। परीक्षा नियंत्रक, प्राक्टर सहित पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी छात्रों से बातचीत करते रहे। इस बीच परीक्षा नियंत्रक भी छात्रों के बीच पहुंचे। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि छात्रों की मांग पर समिति ही फैसला लेगी। इस बीच छात्रों ने कहा कि बीच का रास्ता निकालते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की तरह इलाहाबाद विश्वविद्यालय असाइनमेंट आधारित परीक्षा करा दें।
मैं अकेले फैसला नहीं ले सकता। जो भी निर्णय होगा परीक्षा समिति लेगी। छात्रों ने मांग का ज्ञापन लिखकर दे दिया है। इसे अथारिटी तक पहुंचा दिया गया है।
एके कनौजिया परीक्षा नियंत्रक, एयू
अभी विधि छात्रों की ओर से असाइनमेंट आधारित परीक्षा का ज्ञापन मिला है। इसपर कोई भी निर्णय परीक्षा समिति ही ले सकती है। जो भी निर्णय होगा अवगत कराया जाएगा।
डा। हर्ष कुमार चीफ प्राक्टर, इवि