प्रयागराज (ब्यूरो)। गिरफ्तार किया गया सप्लायर महोबा जिले के कोतवाली क्षेत्र स्थित समदनगर का निवासी है। उसने एसटीएफ को अपना नाम अनीस अहमद पुत्र बशीर अहमद बताया। उसके सगे भाई तौहीद का मुंबई में ड्रग्स व्यापार में बड़ा नाम है। इस धंधे में तौहीद पिछले कई वर्षों से जुड़ा हुआ है। पूछताछ में उसने एसटीएफ भाई के सपोर्ट से वह भी इसी धंधे में लग गया। एसटीएफ उसके भाई तौहीद अहमद को वांछित बताया है। गिरफ्तार सप्लायर अनीस अहमद ने कहा कि वह मुंबई से माल यानी बरामद ड्रग्स भाई से लाता है। उसी के इशारे पर वह प्रयागराज ही नहीं, प्रतापगढ़, कौशाम्बी से लेकर कोलकाता तक सप्लाई किया करता था। शुक्रवार को छिवकी स्टेशन के पास वह भाई तौहीद के कहने पर किसी का इंतजार कर रहा था। उसके पहले दबोच लिया गया। एसटीएफ ने उसके भाई तौहीद को वांछित घोषित कर दिया है। तौहीद की तलाश लखनऊ पुलिस को भी है। ड्रग्स की सप्लाई करने के लिए अनीस छिवकी स्टेशन के पास है, इस बात की खबर मुखबिर ने एसटीएफ को थी। खबर मिलते ही टीम एक्टिव हुई तो वह दबोच लिया गया। बरामद ड्रग्स की मार्केट वैल्यू करीब सात लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है। एसटीएफ और नैनी पुलिस अब उससे जिले खरीदारों की तलाश में जुट गई है।

बॉलीवुड में डिमांडेड है एमडी पाउडर

एमडी पाउडर का पूरा नाम मियाउ ड्रग्स है। कहते हैं कि इसे मेडिफरां के नाम से भी जाना जाता है। इसे कप्सूल, पाउडर और टैबलेट्स की तरह लिया जाता है। यह दिमाग को उत्तेजित कर देता है। इससे नशा करने वाले को लगता है कि मूड बेहतर काफी बेहतर हो गया है। एमडी को कोकीन के बाद सबसे से महंगा नशा बताया जाता है। कहते हैं कि बॉलीवुड की पार्टियों में इसकी काफी डिमांड होती है। इसकी सप्लाई का मुख्य अड्डा नागौर जनपद है।

गिरफ्तार किए गए ड्रग्स सप्लायर की बाबत मुखबिर द्वारा जानकारी प्राप्त हुई थी। टीम लगाई गई तो सूचना सच निकली और सप्लायर पकड़ा गया। उसने मेन सरगना अपने भाई तौहीद का नाम कबूला है। उसकी भी तलाश की जा रही है।

नावेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ